इस ब्लॉग पोस्ट में जानेंगे की केपिटल गेन अकाउंट क्या होता है और इसके क्या फायदे हैं |
रमेश ने अभी कुछ दिनों पहले अपनी एक प्रॉपर्टी जो दूसरे शहर में थी, उसे बेंच दी है| दूसरे शहर में दिक्कतें आ रहीं थीं| सो अब वो चाहता है कि उसी पैसों से वो अपने खुद के शहर में कोई अच्छी सी प्रॉपर्टी खरीदे|
लेकिन फिलहाल उसे बेंचने के लिए खरीदार मिल गया और अच्छे दाम मिल रहे थे | तो उसने प्रॉपर्टी निकल दी | और उसे उसके लिए एक मोटी रकम मिली है| इतनी रकम को वो नई प्रॉपर्टी में लगाना चाहता है लेकिन फिलहाल वो प्रॉपर्टी खोज रहा है |
इस लिए वो चिंतित है कि जो उसके पास इतना बड़ा फंड आया है उसे टैक्स से तब तक कैसे बचाए| तो क्या कोई उपाय है जिससे उसकी ये प्रॉब्लम हल हो सकती है|
केपिटल गेन क्या है
तो सबसे पहले जान लेते हैं कि रमेश के पास जो प्रॉपर्टी सेल से पैसा आया उसे Income tax की भाषा में कौन सी इनकम में कैसे categorize करते हैं |
जब कभी इस तरह से प्रॉपर्टी की सेल करने से पैसे मिलते हैं उसे केपिटल गेन की कटेगरी में रखा जाता है| और केपिटल गेन के ऊपर टैक्स के लिए अलग से नियम हैं|
इनकम टैक्स के नियम (इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 54 के अनुसार) में एक प्रोविजन ये है कि यदि केपिटल गेन को फिर से प्रॉपर्टी खरीदने में इस्तेमाल करेंगे तो उस पर कोई टैक्स नहिं लगेगा| इसके लिए तब तक आपको ये पैसे एक ऐसे अकाउंट में रखने होंगे जिस पर आपको टैक्स ना लगे|
इस तरह की जरूरत को पूरा करने के लिए बैंक में केपिटल गईं अकाउंट खोलने की सुविधा होती है| आपको बैंक में केपिटल गेन से मिले पैसे को रखने में और उस पर टैक्स बचाने के लिए इससे बढ़िया दूसरा विकल्प नहीं |
केपिटल गेन अकाउंट की बैंक में सुविधा
केपिटल गेन को बैंक में आप डिपॉजिट करके तब तक रख सकते हैं जब तक आप उस पैसे से दूसरी कोई प्रॉपर्टी ना ले लें | लेकिन ये समय अवधि की समय सीमा अधिकतम 3 साल है|
आप 3 साल तक के लिए केपिटल गेन अकाउंट डिपॉजिट स्कीम में पैसे रख सकते हैं | इन्हीं तीन सालों में आप उन पैसों से नई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं| इस दौरान जो भी ब्याज बनेगा उस पर आपको कोई भी टैक्स नहिं देना होगा|
केपिटल गेन अकाउंट कैसे खोलें
केपिटल गईं अकाउंट स्कीम में पैसे जमा करने के लिए आपको किसी भी सरकारी बैंक में जाना है| वहाँ पर आपको उनसे ये बात बतानी होगी कि आप केपिटल गेन खाता खुलवाना चाहते हैं|
केपिटल गेन अकाउंट को आप सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में खोल सकते हैं| इस तरह केपिटल गेन अकाउंट के लिए आपको वही फॉर्म भरना होगा जो आप समान्य सेविंग या फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट को खुलवाने के लिए यूज करते हैं|
और उसके साथ आपको एक फॉर्म अलग से भरना होगा जिसमें आप अपने कैपिटल गेन के स्रोतों के बारे में बताएंगे|इस फॉर्म को इनकम टैक्स ऐक्ट के तहत भरवाया जाता है|
SBI Capsgain plus account
भारतीय स्टेट बैंक में आप केपिटल गेन के लिए SBI Capsgain plus अकाउंट खुलवा सकते हैं|
SBI में अकाउंट खोलने के लिए आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें :
https://sbi.co.in