प्लॉट खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें

धन से जीवन

प्लॉट लेकर घर बनाने के लिए सबसे जरूरी कि हम जहां पर भी अपना प्लॉट लें पहले से सोच समझ लें और उसकी पूरी तरह से हर बिंदु से जांच पड़ताल कर लें। क्योंकि आप एक बार प्लॉट ले लेंगे तो फिर फैसले को बदल नहीं पायेंगे। प्लॉट खरीदना एक बड़ा निवेश होता है।

तो वो कौन कौन सी बातें हैं जिनका हमें प्लॉट खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए। आइए जानें:

प्लॉट की लोकेशन

प्लॉट की लोकेशन सबसे ज्यादा महत्व रखती है। आप प्लॉट लेने के लिए उसे बिना देखे ना खरीदें। प्लॉट का फिजिकल इंस्पेक्शन बहुत जरूरी है।

प्लॉट पर जाकर ये जरूर देखें कि वहां पर अभी जमीनी स्थिति क्या है। क्या वहां पर अभी बसाहट है ये नहीं?

जहां पर बसाहट होती है वहां पर सड़कें, नालियां, घनत्व और जिस आर्थिक वर्ग के लोग रहते हैं वो तुरंत समझ में आ जाता है। लेकिन जहां पर बसाहट नहीं होती उस जगह का फ्यूचर समझ पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

इसलिए ये जरूर पूंछे कि आप जिस प्लॉट को देखने गए हैं वहां पर आस पास में कौन प्लॉट लिया है। उनकी थोड़ी सी जानकारी जरूर लें कि वो क्या करते हैं। उनका व्यवसाय इत्यादि।

प्लॉट की लोकेशन से कनेक्टिविटी

दूसरी बात जो आपको देखनी चाहिए कि आपके प्लॉट की कनेक्टिविटी कैसी है। क्या प्लॉट के पास कोई स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, कोई मंदिर, सरकारी कार्यालय इत्यादि कितनी दूरी पर हैं।

इससे आपको भविष्य में अंदाजा लग जायेगा कि क्या आपके प्लॉट में जो घर बनेगा उसको आप किराए पर दे पाएंगे या नहीं। जहां पर स्कूल, कॉलेज या अस्पताल जैसी सुविधाएं होती हैं वहां पर लोग रहना पसंद करते हैं।

मगर आपको इन सुख सुविधाओं के साथ ये भी देख लेना जरूरी होगा कि सड़क और यातायात आपके प्लॉट से सही हो। यानी कि सड़क बनी हो और इस पर यातायात सामान्य हो।

प्लॉट आपका लैंड लॉक्ड न हो

लैब्लॉक्ड का मतलब है कि चारों तरफ से जमीन। जो भी आप प्लॉट लेते हैं उस तक पहुंचने का रास्ता होना चाहिए।

ज्यादातर प्लॉट जो वैध रूप से बिक्री होते हैं उनपर ये समस्या नहीं आती है। वो प्लॉट के सामने से सड़क जरूरी प्रस्तावित करते हैं। मगर आपको फिर भी फील्ड विजिट करके ये देख लेना चाहिए कि आपका प्लॉट लैंडलॉक्ड ना हो।

कई बार मकान बने होते हैं और उनके बीच में से एक लीक भर निकली होती है। विक्रेता आपको आश्वासन देता है कि भविष्य में सड़क प्रस्तावित है। उनके झांसे में ना आएं।

प्लॉट के कागज

प्लॉट आप जिससे भी लें इसके चेन ऑफ़ टाइटल्स के बारे में जानकारी जरूर लें। आपको पता होना चाहिए कि आप किस्से प्लॉट ले रहे हैं। कई बार प्लॉट जो आपको बेंच रहे होते हैं वो उस प्लॉट के मालिक न होकर एजेंट या ब्रोकर होते हैं।

ब्रोकर से प्लॉट दिखवाने और फाइनल करने में कोई दिक्कत नहीं है। मगर आपको फिर भी प्लॉट का असली मालिक पता होना चाहिए। क्योंकि जब तक आप प्लॉट के मालिक से नहीं मिलते हैं आप पक्के तौर पर ये नहीं जान सकते कि प्लॉट की वैधानिक स्थिति क्या है।

इसके लिए आप प्लॉट के अड़ोसी पड़ोसियों से संपर्क करें। वो भी आपको विश्वसनीय जानकारी दे पाएंगे।

प्लॉट की टाइटल डीड जरूर देखें

अगर आप प्लॉट किसी व्यक्ति से ले रहे हैं तो आपको उस व्यक्ति के साथ बैठकर प्लॉट के कागज एक बार देखने चाहिए। यदि आप प्लॉट की रजिस्ट्री या टाइटल डीड देखने के लिए सक्षम नहीं हैं तो अपने साथ ऐसा व्यक्ति ले जाएं जो वो दस्तावेज देखकर आपको लीगल चीजें समझा सके।

प्लॉट की टाइटल डीड में ये जरूर देखें कि प्लॉट की रजिस्ट्री कब कराई गई थी। कितना भुगतान किया गया था। प्लॉट का नक्शा है उसमें आपके अगल बगल किनको दर्शाया गया है।

उसके बाद प्लॉट को किस तरह वर्गीकृत किया गया है है? क्या आपका प्लॉट किसी कृषि भूमि का टुकड़ा है या परिवर्तित भूमि में आ गया है। यदि परिवर्तित है तो क्या वो आवासीय है या कहीं व्यापारिक तो नहीं।

जो प्लॉट नगर निगम में नहीं आते उनका भाव कम जरूर होता हैं मगर उनकी वैद्यता को आप परख नहीं सकते। वहां पर कल आपको बिजली , पानी और सड़क की सुविधाएं मिल पाएंगी इस बात पर संदेह रहेगा।

इसलिए हो सके तो परिवर्तित प्लॉट ही लें। जिससे भविष्य में आपको दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।

प्लॉट पर आधारभूत सुख सुविधाएं जरूर हों

आधारभूत सुविधाओं में बिजली, पानी और सड़क आते हैं। तो ये जरूर देख लें कि वहां पर बिजली , पानी और सड़क जैसी सुविधाएं मौजूद हों।

सड़क अच्छी चौड़ी हो तो बढ़िया है। काम से कम दस फुट की सड़क तो मिलनी ही चाहिए। हो सके जितनी चौड़ी सड़क मिले उतना ही अच्छा रहेगा।

पानी के लिए शायद नगर निगम का टेप वाटर अभी न मौजूद हो मगर फिर भी वहां पर बोर से पानी निकल सके ये जरूर जांच लें। कई बार पानी से सूखे इलाके में प्लॉट आपको सस्ते में मिल जायेगा मगर फिर आपको पानी की समस्या बनी रहेगी। और प्लॉट का मूल्य भी नहीं बढ़ेगा अगर आप उसे बेचना चाहो तो।