हमें अपने बचत खाते और चालू खाते पर चेक लिखने की सुविधा मिलती है | इस सुविधा का लाभ हमें पैसों के लेन देन में मिलता है | बैंकों को भी सुविधा है कि बिना कैश के लेन देन होता है | मगर चेक पेमेंट में कई बार ग्राहक और बैंक फ्रॉड या जालसाजी का शिकार हो जाते हैं |
होता यूँ है कि आपका चेक कहीं गुम गया और किसी फ्रॉड करने वाले के हाथ लाग गया तो वो उसे नकली सिग्नेचर करके पैसे निकाल सकता है | या फिर कई बार फ्रॉड करने वाले आपके खाते में नकली चेक लागा देते हैं और वो बड़ी सफाई से काम करते हैं कि बैकिंग के नियमों के बावजूद पैसे निकल जाये हैं |
अब आ गया है पोजिटिव पे सिस्टम
अब आप ऐसी धोका धढ़ी से बच पाएंगे | सूचना प्रौद्योगिकी और मोबाइल फोन की मदद से अब ऐसे फ्रॉड से चेक पेमेंट को रोका जा सकेगा | भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर 2020 में एक सेवा लॉन्च की जिसे पोजिटिव पे सिस्टम कह्ते हैं |
पोजिटिव पे सिस्टम में अब कोई भी चेक जो 50,000/- रुपये या उससे अधिक का होगा तो उसे पोजिटिव पे की प्रक्रिया से सुरक्षित बनाया जा सकेगा | वो चेक तभी क्लियर होगा जब उसके लिए ग्राहक से मंजूरी मिलेगी!
कैसे काम करता है पोजिटिव पे सिस्टम
इस सिस्टम में आपको अपने चेक की डिटेल्स ऑनलाइन फीड करनी होती हैं | ये फीडिंग आप तब करेंगे अब आप चेक लिखेंगे या किसी को देंगे | और बैंक आपको कॉल से या sms के द्वारा सूचित करेगा और आपसे मंजूरी मिलने पर ही उसे क्लियर करेगा |

पोजिटिव पे सिस्टम में जुड़ने के लिए प्राथमिक रूप से आपको पंजीयन करना होता है | पंजीयन का ऑप्शन एटीएम (ATM), इन्टरनेट बैंकिंग, मोबाइल ऐप्प पर बैंक द्वारा उपलब्ध कराया जाता है | या फिर बैंक जाकर आप बैंक काउन्टर पर कर सकते हैं |
ये बड़ी असान सी प्रक्रिया है | एक बार आप पंजीयन करा लेंगे तो आपके सभी चेक बिना आपकी मंजूरी के क्लियर नहिं किए जाएंगे | अभी PPS को बैंकों द्वारा अनिवार्य नहिं किया गया है लेकिन कुछ बैंकों ने पहल शुरू कर दी है |
आप अपने बैंक जाकर आज स्वयं पता करें और इस निशुल्क सेवा का आनंद लें और अपना खाता सुरक्षित करें |