पावर ऑफ़ अटॉर्नी एक वैधानिक तरीका है अपनी कुछ जिम्मेदारियों या कार्यों के लिए किसी दूसरे को नियुक्त करना और वो अधिकार देना|
ऐसा कई बार हो सकता है जब हम अपने खुद के कुछ फैसले खुद लेने में असक्षम हों| तब ऐसी स्थिति में आप चाहें तो आप अपने किसी विश्वशनीय को अपने कार्य पावर ऑफ़ अटॉर्नी के जरिये सौंप सकते हैं|
चलिए इससे पहले कि हम पावर ऑफ़ अटॉर्नी को गहराई से समझें, बात करते हैं आपके फाइनेंसियल डिसीजन्स(decisions) की| कुछ फाइनेंसियल डिसीजन्स हम कई बार लेने में खुद सक्षम नहीं होते| जैसे मान लीजिये आप NRI हैं और आपके बैंक अकाउंट, रियल एस्टेट और investmnets जो देश में हैं उनको सही रूप से मैनेज करने के लिए दिक्कतें आ रही हैं|
हो सकता है कि आप अपनी प्रॉपर्टी को किराये पर चलाना चाहते हो | आप चाहते हों कि कोई आपकी प्रॉपर्टी को सही दाम पर निकाल सके या फिर कोई जमीन का टुकड़ा जिसको आप किसी को देकर सेल आउट करना चाहते हो| अब क्यूंकि आप विदेश में हैं तो आपके ये फाइनेंसियल डिसीजन्स(decisions) आप खुद ना ले पाएंगे| यदि प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री करवानी होगी तो शायद आप समय से पहुँच ना पाएंगे| तब ऐसी स्थिति में आप पावर ऑफ़ अटॉर्नी से किसी विश्वसनीय को अपना कार्य दे सकते हैं|
ऐसा करने पर आपके काम आसानी से हो जायेंगे|
पावर ऑफ़ अटॉर्नी क्या होती है:
पावर ऑफ़ अटॉर्नी एक लीगल दस्तावेज है जब आप अपने कार्य कराने के लिए किसी विश्वसनीय को नियुक्त करना चाहते हों| ऐसा आप किसी भी कार्य या किसी विशेष तरह के कार्यों को करने के लिए नियुक्त कर सकते हैं|
पावर ऑफ़ अटॉर्नी दो तरह से आप दे सकते हैं|
- जनरल पावर ऑफ़ अटॉर्नी (GPOA)
- स्पेशल पावर ऑफ़ अटॉर्नी (SPOA)
जनरल पावर ऑफ़ अटॉर्नी (GPOA)
जनरल पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी से आप अपने कई सारे कार्य निष्पादित कर सकते हैं| आपके तकरीबन सभी कार्यों के लिए अपने विश्वसनीय को अपने कार्यों का निर्वाहन करने का हक़ दे सकते हैं| जैसे आप चाहें कि आपके सभी व्यवसायिक कार्यों के निर्णय आपका कोई विश्वसनीय ले|
यदि आप शारीरिक रूप से या किसी और कारण से अपने व्यवसायिक कार्यों का निष्पादन नहीं कर पा रहे तब आप ऐसा निर्णय ले सकते हैं| जो भी आपका विश्वसनीय है वो आपके कार्यों को आपकी निगरानी में स्वतंत्र रूप से निष्पादित कर पायेगा|
स्पेशल पावर ऑफ़ अटॉर्नी (SPOA)
स्पेशल पावर ऑफ़ अटॉर्नी से आप अपने चुनिन्दा कार्य निष्पादित करवा सकते हैं| जैसे मान लीजिये आप अपनी जमीन को स्पेशल पावर ऑफ़ अटॉर्नी के जरिये किसी विश्वसनीय को देकर अपने रियल एस्टेट का कार्य करवा सकते हैं|
कई जगहों पर स्पेशल पावर ऑफ़ अटॉर्नी के जरिये ही जमीन कि खरीद फरोक का काम किया जाता है| ये प्रैक्टिस में है| ऐसे में जमीन के व्यवसायी आपकी जमीन को अच्छे दामों पर मार्किट में बेंचकर आपको अच्चा फायदा करवा सकते हैं|
पावर ऑफ़ अटॉर्नी कैसे करवाएं
पावर ऑफ़ अटॉर्नी नियुक्त करने के लिए एक लीगल दस्तावेज तैयार करना होती है| इसकी रूपरेखा तैयार करनी होती है| इस रूप रेखा में सभी नियम और शर्तें लिखी होती हैं|
आपको पावर ऑफ़ अटॉर्नी नियुक्त करने के लिए stamp paper की जरुरत पड़ेगी| पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी की stamp ड्यूटी राज्य के stamp ड्यूटी की दरों के हिसाब से पे करना होगा|
आप चाहें तो किसी अच्छे वकील को जो ऐसे पावर ऑफ़ अटॉर्नी के दस्तावेज तैयार करता हो की मदद ले सके हैं| क़ानूनी भाषा लिखने के लिए अच्छी ड्राफ्टिंग की जरुरत पड़ेगी| सैंपल के रूप में चाहें तो आप google करके अलग-अलग तरह के ड्राफ्ट्स देख सकते हैं और अपना ड्राफ्ट तैयार करवा सकते हैं|
अब पावर ऑफ़ अटॉर्नी से जुड़े कुछ ऐसे सवाल जो अक्सर पूंछे जाते हैं|
FAQ – पावर ऑफ अटॉर्नी
Q 1: पावर ऑफ अटॉर्नी कितने लोगों को दिया जा सकता है ?
आप चाहें तो एक या एक से अधिक व्यक्तियों को नियुक्त कर सकते हैं| और उन सभी की जिम्मेदारियों को तय कर सकते हैं| इसके लिए कोई सीमा नहीं है|
Q 2: क्या पावर ऑफ़ अटॉर्नी किसी को भी बना सकते हैं?
हाँ किसी को भी | ध्यान रहे कि वो व्यक्ति 18 साल से ऊपर हो और सोचने-समझने की क्षमता रखता हो|
Q 3: पावर ऑफ़ अटॉर्नी को रजिस्टर्ड करना जरुरी है क्या?
जरुरी नहीं| मगर यदि आप इसे रजिस्टर्ड करा लेते हैं तो आपके पावर ऑफ़ अटॉर्नी का वजन बढ़ जायेगा| आप इसे एक ठोस क़ानूनी दस्तावेज के रूप में किसी भी कोर्ट में प्रस्तुत करने में सक्षम रहेंगे|
Q 4: क्या पावर ऑफ़ अटॉर्नी को बदला या निष्क्रिय किया जा सकता है|
जी हाँ| आप जब चाहें तब इसमें फेर बदल कर सकते हैं| और जरुरत पड़ने पर इसे cancel या निष्क्रिय कर सकते हैं| इसकी बाध्यता तभी तक होती है जब तक की आप चाहेंगे| इसलिए आपको पावर ऑफ़ अटॉर्नी में समय सीमा निश्चित करने की कोई बाध्यता नहीं है|