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  • रघुराम राजन : एक अचूक अर्थशास्त्री

    रघुराम राजन : एक अचूक अर्थशास्त्री

    मैने कुछ दिनों पहले तय किया कि मैं रघुराम राजन की पुस्तक  : I do what I do को पढ़ूंगा। तो मुझे ये खयाल क्यों आया ?

    आइए जानते हैं!

    रघुराम राजन के बारे में बैंकिंग जगत से जुड़े लोग सभी उनको जानते हैं या उनके नाम से तो सभी वाकिफ हैं। रघुराम इंडिया के भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर थे कुछ सालों पहले। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर कई अभूत पूर्व काम किए हैं। और मैं इसी बात को लेकर काफी उत्सुक था कि उनके कार्य काल में किस तरह के बदलाव लाए गए। मुझे पूरी स्टोरी पता करनी है और इसीलिए मैंने उनकी ये किताब I do what I do को पढ़ने का फैसला किया।

    रघुराम राजन : इंटरनेट से

    यदि आप भी रघुराम राजन और भारत की अर्थव्यवस्था में हुए कुछ क्रांतिकारी बदलावों को जानना चाहेंगे तो इस किताब को जरूर पढ़ें। आपको बहुत मजा आएगा।

    आज हमारी बैंकिंग व्यवस्था ने कई नए रूप धारण किए हुए हैं। स्टार्ट करते हैं UPI से। UPI जो आपको आज कहीं भी कभी भी अपने स्मार्ट फोन के जरिए किसी को भी पैसे देने और किसी से भी पैसे लेने के लिए इस्तेमाल होता है। ये UPI का नेटवर्क चालू हुआ था गवर्नर रघुराम राजन के समय। और आज इस व्यवस्था को बड़े से बड़े देश देख रहे हैं और तारीफ कर रहे हैं।

    UPI का इस्तेमाल जब स्टार्ट हुए तो मुझे भी नहीं पता था कि इतनी जल्दी इतने सारे ट्रांजेक्शन सिर्फ स्मार्ट फोन से ही हो जाता करेंगे। ना कैश और ना कार्ड, सिर्फ स्मार्ट फोन पे ही। आज नुक्कड़ के हर कोने में, है ठेले में और बड़ी से बड़ी दुकान पर UPI से लेन देन हो रहा है। और अब पैसा हैंडल करना बहुत ही सरल हो गया है।

    दूसरा जो भूत पूर्व काम श्री रघुराम राजन ने किया वो है कि अब बैंकिंग के क्षेत्र में ना सिर्फ बड़े बैंक बल्कि स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक भी उतर चुके हैं जिन्होंने भारतीय बैंकिंग को और प्रभावशाली बनाने में अच्छी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बैंकिंग लाइसेंस बांटने का फैसला किया लेकिन बड़े पूंजीपतियों को इस दायरे से बाहर रखा। इतनी पारदर्शिता सचमुच तरीफेकाबिल है।

    स्मॉल फाइनेंस बैंक छोटे लोन बांटकर छोटी छोटी बिजनेस इकाइयों को जिन्हे हम SME के नाम से जानते हैं अब आगे बढ़ रही हैं। पेमेंट बैंक के जरिए अब टेलीकॉम कंपनियां भी बैंकिंग के रोल में आ गई हैं जिससे बैंकिंग को सेवाओं को देश के कोने तक पहुंचाया जा सका है।

    एक समय ऐसा था कि बैंकों में बड़े पूंजीपति लुटेरों का साम्राज्य स्थापित था। हम सबने विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे बैंक डिफॉल्टरों के बारे में काफी कुछ मीडिया पर सुना और देखा होगा। जब रघुराम राजन ने गवर्नर का पद संभाला तो उन्होंने इन बड़े डिफॉल्टरों को बैंक का लोन चुकाने के लिए बाध्य कर दिया।

    उनके बैलेंस शीट को क्लीन अप करने की पहल से पब्लिक का बहुत सारा पैसा वापस लौटा और अन्य बड़े डिफॉल्टरों को सबक मिला।

    नोटबंदी भी उन्ही के समय में हुई मगर ये अटकलें आज भी लगाई जाती हैं कि शायद रघुराम राजन का फैसला ये नहीं था। हालांकि उनके समय में ही नोट बंदी की बात चल रही थी मगर उन्होंने इसे खारिज कर दिया था।

  • लोन से जुड़ी सीख: लोन का पैसा डाइवर्ट न करें

    आपकी लाइफ तब बदलती है जब आपकी इकॉनमी बदलती है

    आप चाहे कितनी भी बड़ी बड़ी बातें कर लें

    मगर जब तक आपका आर्थिक स्तर नहीं बदलता तब तक आपकी ज़िन्दगी नहीं बदलती

    इस दुनिया में आपको पहचान भी तभी मिलती है जब आपके पास सांसारिक साधन होते हैं

    और आपका आर्थिक स्तर तब बदलता है जब आपकी सोच बदलती है|

    मैंने देखा है कि लोग खुद ही अपना आर्थिक स्तर नहीं बदलना चाहते|  शायद वो इस बात को समझते नहीं हैं या अभी तक जानते नहीं हैं कि वो अपनी आर्थिक स्थिति के लिए खुद ही जिम्मेदार हैं|  जैसे मैं आपको बताता हूँ कि मैंने बनकर की हैसियत से क्या देखा|  मैं आपको बताना चाहूँगा कि कैसे हमारी रूढ़िवादी सामाजिक रीतियाँ हमें गरीबी में जकड़ी हुई हैं| 

    कई सारे किसान भाई बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाते हैं|  किसान क्रेडिट भारत सरकार की किसान भाइयों के लिए महत्वकांक्षी योजना है|  किसान क्रेडिट कार्ड योजना में किसान मित्र अपने खेतों में फसल उगाने के लिए आने वाले खर्चे को बैंक से ऋण के रूप में प्राप्त कर सकते हैं|  किसान क्रेडिट कार्ड योजना में किसान मित्रों को उन्नत किस्म के बीज खरीदने, खाद खरीदने, सिंचाई और कीटनाशकों के लिए होने वाले खर्चे के लिए बहुत ही कम ब्याज पर ऋण मिल जाता है| 

    लेकिन किसान मित्र किसान क्रेडिट कार्ड इस लिए बनवाते हैं क्यूंकि वो इसे पर्सनल लोन समझते हैं|  पर्सनल लोन का मतलब निजी खर्चे|  अधिकाँश किसान मित्र जो किसान क्रेडिट कार्ड योजना में ऋण लेते हैं वो उस ऋण राशि को शादी के खर्चे में या पारिवारिक और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए खर्च कर देते हैं|  कई बार उन्हें घर परिवार में बीमार सदस्य के उपचार हेतु खर्चे करने पड़ते हैं तो वो अपना किसान क्रेडिट कार्ड का पैसा यूज़ कर लेते हैं| 

    बैंकिंग भाषा में इसे फंड का दुरूपयोग कहा जाता है|  फंड जो कि आपको खेती उपजाने के लिए दिया गया उसको आपने अपने निजी खर्चे में यूज़ कर लिया|  जाहिर सी बात है कि आप खेत में अच्छी फसल नहीं उगा पाएंगे और जब आपको ऋण राशी को ब्याज समेत लौटाने का समय आयेगा तब आप बैंक से डिफाल्ट कर जायेंगे और अपनी किश्तों को समय पर जमा नहीं कर पायेंगे|  एक बार जब आपकी किश्त टूटेगी तो आप के ऊपर पेनल्टी लगेगी और ज्यादा ब्याज लग्न शुरू हो जायेगा| 

    जहाँ आपको 7 % प्रति वर्ष का ब्याज देना पड़ रहा था अब आपको वहीँ 9, 10 या 11 प्रतिशत प्रति वर्ष ब्याज देना पड़ेगा|  और फिर बकाया राशी पर चक्र वृद्धि ब्याज लगेगा|  इस तरह किसान मित्र अपनी ऋण राशी को साल दर साल डिफाल्ट करते जाते हैं और फिर वो राशि इतनी बड़ी हो जाती है कि उसके बाद आपको बैंक के साथ लोन सेटलमेंट करने कि स्थति आ जाती है|  लोन सेटलमेंट का मतलब बैंक और किसान के बीच में समझौता|  बैंक कहती है कितना दे सकते हो और किसान अपनी हैसियत से जितना दे सकता है देता है और समझौता कर लेता है| 

    लेकिन समझौता होने के बाद फिर आपकी क्रेडिट स्कोर में लिख दिया जाता है कि आपने बैंक से लोन लिया था जिसका आपने समझौता किया है|  ऐसी स्थिति में कोई भी बैंक आपको लोन देने से कतरायेगा| 

    और फिर किसान मित्र सरकारी कर्जा माफ़ी घोषणाओं का इंतज़ार करते हैं|  जहाँ किसान मित्रों को आत्मनिर्भर बनने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना मदद कर सकती है वहीँ वो उसके उपयोग को नहीं समझ पाते और ऋण के जाल में फंसते चले जाते हैं|  लोन का पैसा जब आप किसी भी मकसद के लिए लें तब उसी मकसद से यूज़ खर्च करें| 

    अगर आपने लोन किसानी-खेती करने के लुए उठाया है तो फिर उसी में यूज़ करें|  उसे किसी और काम के लिए डाइवर्ट न करें|  ऐसा करने पर आप लोन और उसका ब्याज समय पर चुका पाएंगे|  जब आप बैंक का लोन समय पर चुकायेंगे तो बैंक भी आपको लोन त्वरित देगी, बढ़ाकर देगी क्यूंकि आपका क्रेडिट व्यवहार बढ़िया रहेगा|  लोन लेना कोई गलत नहीं लेकिन लोन लेकर उस धन राशी को डाइवर्ट करने से आप लोन के जाल में फंसते चले जाते हैं|  इसलिए खुद का पैसा चाहे आप जहाँ चाहें वह लगा दें मगर लोन का पैसा वहीँ लगे जिसके लिए लोन लिया गया है| 

  • प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना क्या है (PMJJBY Pradhan Mantri Jiwan Jyoti Beema Yojana in Hindi)

    देश की अर्थव्यवस्था में खुद को यदि हम सुरक्षित कर लेते हैं तो हमारी अर्थव्यवस्था भी सुरक्षित है| क्यूंकि ऐसा कर लेने से ना सिर्फ आपके पैसे बचते हैं ब्लकि आप आप अपनी देश की सुरक्षा के भागीदार बन सकतहैं|

    देश की सरकार को कई करोड़ों का चूना लगता है हितग्राही पीड़ित तक राहत का पैसा पहुंचाने में | इसी बात को ध्यान में रखते हुए देश के ऐसे लोग जो अभी बैंकिंग और आर्थिक से नए जुड़े हैं उनको सामाजिक स्तर पर सुरक्षा दे पाए|

    इसी लिए आपके पास सुरक्षा बीमा के बाद जीवन ज्योति बीमा योजना को उचित कीमत पे उपलब्ध कराया गया है|

    कितने का बीमा होता है

    जीवन ज्योति बीमा योजना आपको दो लाख रुपये तक – 2 लाख रुपये का कवर देती है | ये पैसे किसी भी आकस्मिक जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त होती है|हालांकि महँगाई तो इतनी बढ़ गई है कि लगता है कितने दिन परिवार की सहायता करेंगे |

    मगर जरा सोचिए कि जब आपकी जेब में एक पैसे नहिं होते तो बस या ट्रेन में सफर करते समय कोई आपके लिए टिकट नहिं खरीदेगा| तो फिर क्या होगा हमारे परिवार में यदि जिस दिन हम ना रहेंगे|

    जो अपने परिवार से करे प्यार तो बीमा से कैसे करे इंकार

    Dhansanjivani.in

    क्या क्या कवर होता है जीवन ज्योति बीमा योजना में

    जीवन ज्योति बीमा योजना आपको life कवर देय है | इसमे किसी भी प्रकार की दुर्घटना या अन्य किसी प्रकार से जीवन ज्योति बुझती है तो उसके नॉमिनी को जो स्वाभाविक रूप से परिवार का अहम सदस्य होता है उसको बीमा राशि प्रदान की जाती है|

    क्या कोई भी इसे ले सकता है

    जीवन ज्योति बीमा योजना के लिए बीमा धारक की उम्र 18 साल से लेकर 50 साल के बीच कुछ भी हो सकती है |

    यदि अभी आपकी उम्र 18 साल पूरे नहिं हुए तो आप योजना में पत्र नहिं होंगे| वैसे ही 50 वर्श की आयु पूरे हो जाने के बाद पात्र नहिं रहेंगे |

    हाँ इस उम्र के बीच के कोई भी स्त्री या पुरुष जीवन ज्योति बीमा योजना की पॉलिसी ले सकते हैं|

    कितना प्रीमियम देना होगा

    जीवन ज्योति बीमा योजना में आपको प्रीमियम एक साल के लिए देना होता है| योजना में वार्षिक 1 जून को शुरू होकर 31 मई में खत्म होता है| और इसकी पॉलिसी का प्रीमियम तिमाही के आधार पर लिया जाता है|

    इसको कुछ इस तरह से समझते हैं | यदि आप पहली तिमाही जो 1 जून से स्टार्ट होती है अगस्त तक चलेगी | पहली तिमाही का प्रीमियम है – 436/-रुपये |यदि आप दूसरी तिमाही(सितंबर से नवंबर) में पॉलिसी लेंगे तो आपको 382/- रुपये देने होंगे| तीसरी तिमाही जो दिसंबर से शुरू होकर फरवरी तक चलेगी उसके लिए आपको 228/ रुपये और चौथी तिमाही जो मार्च से अप्रैल तक चलेगी उसमें आपको सिर्फ 114/- रुपये ही देने होंगे|

    जीवन ज्योति बीमा योजना कैसे प्राप्त करें

    आपको JJBY का फायदा लेने के लिए किसी भी बीमा कंपनी में जाने की कोई जरूरत नहिं हैं| आप जिस भी बैंक में अपना बचत खाता रखते हों वहाँ एक बात पता कर लें| सभी बैंकों में जीवन ज्योति बीमा योजना की पॉलिसी उपलब्ध है|

    बस एक बार आपको अपने बैंक खाते में ऑटो डेबिट चालू करवाना है फिर आपको हर साल पैसे बैंक जाकर कटवाने की जरूरत नहिं पड़ेगी|

    आपको तुरंत पॉलिसी भी मिल जाएगी काउन्टर से| आपको कैश नहीं जमा करना है| खाते से पैसे सीधे कट जाएंगे|

  • Bill gates के बारे में

    Bill gates के बारे में

    Bill gates के बारे में जानेंगे  इस blog में आप | आपके कई सवाल हो सकते हैं, जैसे : 

    कौन है बिल गेट्स? 

    Bill gates के बारे में क्यूँ जानें? 

    Bill gates करते क्या हैं? 

    Bill gates का दुनिया पर क्या असर हुआ है? 

    Bill gates आजकल क्या कर रहे हैं? 

    और ऐसे ही कई सवालों के जवाब मैं आपको इस ब्लॉग में दूँगा | 

    कौन है बिल गेट्स? 

    Bill gates दुनिया के सबसे अमीर इंसानों में से एक हैं | ब्लकि बिल गेट्स कई सालों तक दुनिया के सबसे अमीर होने की सीट पर बिराज चुके हैं | इतना ही नहिं ब्लकि बिल गेट्स शायद दुनिया के सबसे कम उम्र के सबसे अमीर इंसान भी हैं जो 40 साल साल की उम्र में forbes लिस्ट में सबसे अमीर इंसान की सीट पर रह चुके हैं | 

    तो ऐसा bill gates ने क्या किया जिसके कारण वो दुनिया के सबसे अमीर बन गए?

    Bill gates के management सूत्र

    Bill gates का नाम अब आप भूल नहिं पाएंगे क्यूंकि जो बात मैं अब आपको बताऊँगा वो पूरी बात स्पष्ट कर देगा| बिल गेट्स ने एक कंपनी शुरू की | इस कंपनी को नाम दिया microsoft | Microsoft पहले एक दूसरी कंपनी जिसका नाम IBM है उसके लिए program या यूं कहें कि सॉफ्टवेयर लिखा करती थी | ध्यान रखेंगे कि soft शब्द का इस्तेमाल computer programming या coding के लिए होता है | 

    तो बिल गेट्स ने बहुत ही कम उम्र में coding करनी शुरू कर दी थी | तब उस समय coding को कोई सिखाता नहिं था : ना आकुल और ना कॉलेज | ये तब नया नया ही था और अभी कुछ समय पहले ही defense labs से निकलकर skool labs तक पहुंचा hi था उमर इसपर कई प्रयोग किए jaa रहे थे |

    Bill gates अपने दोस्त और Microsoft के co-founder के Paul Allen साथ

    Bill gates के एक दोस्त हुआ करते थे : Paul Allen | वो उनसे उम्र में बड़े थे लेकिन दोनों घंटों बिल गेट्स के पापा के ऑफिस mien लैब में बैठकर कंप्युटर पर प्रोग्राम किया करते और करते करते इतने राम गए कि बिल गेट्स का दाखिला harvard कॉलेज में हो गया था लेकिन उन्होंने कॉलेज की padhai से बेहतर ye समझा कि वो उसी समय को फुल. Time programming और coding में देना चाहेंगे | 

    So, उन्होंने ये फैसला लिया और कुछ ही समय के बाद अपनी कंपनी microsoft शुरू की | इस कंपनी को उन्होंने बड़ी ही काम उम्र, 19 साल की उम्र में शुरू की| 

    आज जो आप हर desktop पर Windows और MS WORD, MS EXCEL, MS POWERPOINT देखते हैं वो और कोई नहिं बिल गेट्स और उनकी कंपनी microsoft की ही देन है | 

    Bill gates का दुनिया पर क्या असर हुआ है? 

    Bill gates के management सूत्र

    Bill gates का दुनिया पर बहुत ज्यादा असर हुआ है | आज आप जो भी IT या सूचना क्रांति देखते हैं उस में बिल गेट्स और उनकी कंपनी ने बहुत बड़ा योगदान दिया है | 

    उन्होंने ने ही e-governance, land records का computerization और ना जाने कितने ऑनलाइन और computerised systems को हवा दी है | उनका योगदान ऐतिहासिक है | 

    मैं आपको उनके बारे में क्यूँ बता रहा हूं

    Bill gates के management सूत्र

    उनके बारे में आप इसलिए जाने और पढ़ें | आपको वो ये सीख सकते हैं कि अपने पैशन या जुनून पर काम करो और उससे आप जितना सीखेंगे उतना दूसरों की लिखी किताबों से नहिं | आपने कस्बे को अंजाम तक पहुंचाएं| बिल गेट्स को अपनी स्किल्स पर पूरा भरोसा था इसलिए वो अपनी harvard की padhai को alwida kehkar अपने जुनून पर काम करते रहे क्यूंकि घंटों कोडिंग करने के बाद उन्हें अपने ऊपर भरोसा हो गया था कि वो अब इस में दुनिया से कहीं आगे निकल चुके हैं और वो ये ही रास्ता फॉलो  करना चाहेंगे | 

    Bill gates आजकल क्या कर रहे हैं?

    Bill gates के management सूत्र

    आजकल Bill gates apniy Microsoft company से दूर हैं और दुनिया भर में घूम – घूम सामाजिक कार्यों में अपना समय लगा रहे हैं | उनका कार्य खास करके गरीब देशों जैसे Africa में साराहनिय है | 

    हाल ही में दुनिया भार में जो संकर आया था, COVID का उसके ऊपर भी वो समय समय पर अपने विचार और उनकी संस्था द्वारा चलाया जा रहा कार्य अलग अलग platforms पर share करते rehte हैं |

    Bill Gates पर आप और पाढ़ सकते हैं, उन पर लिखी इस किताब से :

    Bill gates के management सूत्र

  • अगर आपने अभी शुरू किया है कमाना, तो ये 10 बातों का रखें ध्यान!

    अगर आपने अभी शुरू किया है कमाना, तो ये 10 बातों का रखें ध्यान!

    अपनी पहली जॉब और जॉब का पहला दिन हमेशा याद रहता है | मेरी पहली इंकम हुई this वो 400/- रुपये की थी जब मैंने पहली बार ट्यूशन देकर पैसे कमाए थे | और पहली इंकम जो रेगुलर जॉब से हुई थी वो थी 3200/- रुपये |हमें कुछ ऐसी बातें हैं जो याद रखने के काबिल है|

    तो आइए कुछ ऐसी बातों को जाने जो हमें अपनी पहली जॉब के पहले दिन से याद रखनी चाहिए | इससे हम अपनी zindagi में फाइनेंसियल सिक्युरिटी बना पाएंगे |

    1. सबसे पहले काम : पहली सैलरी से ही saving शुरू करें

    अपनी salary का कुछ हिस्सा हर महीने बचाएँ | Savings या बचत करने के लिए आप कोई savings plan लें | सेविंग प्लान ऐसा हो कि आप उसमें पैसे डाल तो पायें मगर निकाल ना पायें | इस सुविधा को लॉक ईन facility कह्ते हैं | मेरे कहने का मतलब ये हुआ कि आप सेविंग प्लान is तरह का लें जिसमें लॉक ईन facility हो और अपनी सेविंग को निकाल ना पायें|

    2. एक term plan लें :

    टर्म प्लान का मतलब life insurance policy जो आपकी लाइफ को कवर करे | जितनी कम उम्र में आप टर्म प्लान ले लेंगे उतना कम प्रीमियम लगेगा | और वही प्रीमियम जीवन भर रहेगा |

    3. Credit कार्ड पेमेंट पूरा करें

    आपको credit card में पैसे खर्च करने के लिए लिमिट मिलेगी | और ये लिमिट 30-45 दिन के लिए interest free होती है | अगर आप इन्हीं 30-45 दिनों में use किया पैसा वापस pay कर देते हैं तो आपको कोई ब्याज नहिं लगेगा | इसलिए आप credit card पर minimum payment के बजट पूरा पेमेंट करें |

    4. Emergency fund – आपातकालीन फ़ंड बनायें

    अपनी अर्थिक सुरक्षा के लिए हमेशा कुछ पैसे एक फंड के रूप में हमारे पास जमा रहें और हम जब भी जरूरत पासे उसे यूज कर सकें | इस तरह का फ़ंड तैय्यार करने के लिए एक बैंक में RD या रेकरिंग अकाउंट खोलें और उसमे कुछ पैसे हर महीने अपनी salary से कटवाकर रखें |

    5. बजट के साथ पैसों का रखरखाव करें

    चूंकि अभी आप के हाथों में पैसा पहली बार आ रहा है और आप की इच्छायें आपको खर्चों को समझने में कि कहां खर्च करें और कहां नहिं, समझने के लिए एक बजट का यूज करें | आप कोई भी मोबाइल app डाउनलोड कर लें और उसमे जब भी कोई खर्च करें, नोट कर लें और समय समय पर उसे जरूर देखें और अपने खर्चों का आंकलन करें |

    6. ना किसी को उधार दें और ना किसी से उधार लें

    आपको नई जॉब के साथ ये समझना जरूरी है कि आपके पास अभी शुरुआत में पैसों की समझ बनने में समय लगेगा | ऐसे में किसी से पैसों का कोई हिसाब ना रखें | ना किसी को पैसे दें और ना किसी से पैसे लें |

    7. अपना Demat खाता खुलवाए

    Dmat खाता खुलवाने से आपको निवेश करने में सुविधा आयेगी | dmat अकाउंट से ना सिर्फ आप शेयर खरीद सकते हैं बल्कि आपको bonds, IPO, gold bonds, म्युचुअल फ़ंड आदि में भी निवेश करने में सुविधा मिलेगी |

    8. किसी भी तरह का कोई भी बीमा या निवेश करने से पहले

    ध्यान दें कि आपके सगे संबंधियों के रूप में आपके पास बीमा एजेंट और म्युचुअल फ़ंड एजेंट पहुंचेंगे और आप को लुभावने सपने दिखा कर आपसे निवेश या बीमा के लिए भावुक बातें करेंगे| ऐसी स्थिति में आपको ध्यान देने कि जरुरत है कि किसी भी गलत बीमा या निवेश को करने से आप अपने खुद के भविष्य को संकट में डालेंगे इसलिए भावुकता से नहिं, समझ बूझ से काम लें

    9. अपनी एक diary बना लें

    आप अपनी एक diary बना लें जिसमें आप अपनी सभी फाइनेंसियल डीटेल लिख कर रखें|आपके बैंक अकाउंट नंबर, क्रेडिट और डेबिट कार्ड नंबर, बीमा पॉलिसी नंबर, अपने बैंक में दर्ज अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर ये सभी जानकारी अपनी डायरी में नोट करके रखें और इस डायरी की जानकारी अपने किसी एक परिजन को जरूर दें | इससे आपके आश्रितों को जरूरत पड़ने पर आपकी डिटेल्स निकलने में असानी होगी |

    10. Nomination फैसिलिटी जरूर इस्तेमाल करें

    Nomination का ऑप्शन आपके बैंक अकाउंट, आपकी बीमा पॉलिसी, आपकी म्युचुअल फ़ंड स्कीम, इत्यादि पर उपलब्ध रहती है | इस सुविधा का जरूर लाभ लें |

    ये दस बातें ऐसी हैं जो आपको अपने फाइनेंसियल लाइफ को असान और सम्भावनाओं से भर देगी | मुझे जरूर बतातें कि इनमे से कितनी बातें आप फॉलो कर रहे हैं | और कोई बात जोड़ने लायक हो तो जरूर शेयर करें |

  • SBI, अब आपके WahtsApp पर!

    SBI, अब आपके WahtsApp पर!

    भारत से सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक जिसे हम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से या शॉर्ट में SBI कह्ते हैं, ने एक बहुत ही शानदार सेवा शरू की है | ये सेवा आपको बैंकिंग को त्वरित, असान और मजेदार बनाएगी |

    कह्ते हैं कि पूरी दुनिया अब आपके मोबाइल के ऊपर है और अब सचमुच ऐसा ही हो रहा है आपकी बैंकिंग के साथ भी |

    SBI में WhatsApp से कैसे जुड़ें

    आपको SBI के खाते को अपने WhatsApp से जोड़ने के लिए एक नंबर पर सबसे पहले एक मैसेज भेजना है |

    टाइप करें ‘WAREG’ और उसे भेज दें 7208933148 पर | ये मैसेज आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से भेजना है | रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वो होता है जो आपने बैंक खाते में दिया है | सिर्फ उसी नंबर से आपको ये मैसेज भेजना है |

    अब मैसेज भेजने के बाद आपको आपके WhatsApp पर एक मैसेज आएगा | कुछ is तरह :-

    जब ये ऊपर वाला मेसेज आपके स्मार्ट फोन पर आ जाए तब आप एक मैसेज आपके WhatsApp से भेजेंगे | कुछ इस तरह :

    “Hi”

    ये लिखने के तुरंत ही आपको WhatsApp से मेसेज आएगा जो आपको तीन ऑप्शन आयेंगे| ये तीन ऑप्शन होते हैं :

    1. अपना अकाउंट बैलेंस जानेंl

    2. अपना खाते का मिनी स्टेटमेंट देखें

    आपको ये दो ऑप्शन ही काम आयेंगे | यथा अनुसार आप अपना ऑप्शन टाइप करें | बैलेन्स जानने के लिए 1 और मिनी स्टेटमेंट के लिए 2.

    अभी SBI ने ये दो ऑप्शन से WhatsApp बैंकिंग की शुरुआत कर दी है और जल्दी ही और भी सेवाएं जुड़ने की हम सभी उम्मीद कर सकते हैं |

  • सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme in Hindi)

    सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme in Hindi)

    सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड स्कीम आपको गोल्ड में निवेश करने का मौका देती है | तो आइये जानें इस गोल्ड बॉन्ड स्कीम के बारे में विस्तार से |

    सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड स्कीम क्या है?

    आप बिना गोल्ड खरीदे, गोल्ड की बढ़ती कीमतों का फायदा उठा सकते हैं | आपको गोल्ड में निवेश करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड या शॉर्ट में SGB स्कीम सन 2015 से चला रही है |

    सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड की मौजूदा कीमत पर उपलब्ध कराए जाते हैं | इसमे आप गोल्ड खरीदे बगैर गोल्ड के सिर्फ बॉन्ड खरीदकर गोल्ड में निवेश करते हैं |

    इस बात को आसानी से समझने के लिए मान लीजिए कि आप गोल्ड के शेयर खरीदते हैं| शेयर और बॉन्ड पेपर सिक्युरिटी कहलाती हैं| यानी कि आपको एक सर्टिफिकेट इशू किया जाएगा जिसमें पूरे निवेश का ब्यौरा रहेगा | बस!

    सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश की राशि कितनी?

    सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश करने के लिए आपको काम से कम एक ग्राम गोल्ड खरीदना होगा | इसका मतलब यह कि आप एक ग्राम गोल्ड की कीमत के बॉन्ड लेंगे | और अधिकतम आप 4 किलो गोल्ड की कीमत तक निवेश कर सकते हैं |

    कितना रिटर्न

    सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड की पहली सीरीज, SGB tranche 1 नवंबर 2015 में आई थी | तब 1 ग्राम गोल्ड बॉन्ड का इशू price रखा गया था : 2684 रुपये! और इसे 4837 रुपये में मई 2021 में close किया गया | देखें तो इस सीरीज में निवेश पर 7.5 % से ऊपर का रिटर्न मिला | इससे आप अंदाजा लागा सकते हैं कि SGB में निवेश करने से आप अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे|

    Image Credit : jagoinvestor

    लेकिन 7.5% की ब्याज दर को ही रिटर्न मान लेना गलत होगा क्यूंकि अभी हमने इसके ऊपर मिलने वाले ब्याज और टैक्स में छूट की चर्चा तो कि ही नहिं | आपको सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.6 % प्रतिवर्ष की दर से ब्याज मिलेगा | ये ब्याज साल में दो बार आपके बचत खाते में सीधे जमा हो जाएगा |

    क्या कोई टैक्स में छूट मिलेगी?

    इनकम टैक्स में आप सोवरिंन गोल्ड बॉन्ड पर छूट पाएंगे | चूंकि आप इस निवेश को 8 साल ए लिए करते हैं और ये निवेश LTCG( long term capital gain tax) के लिए पात्र है, आपको बिना कोई TDS काटे, संपूर्ण राशि खाते में जमा कर दी जाएगी | इस तरह आपका नेट रिटर्न 10% प्रति वर्श से कहीं ज्यादा हो जाएगा |

    एक और खास बात जो आपको SGB में मिलेगी

    टैक्स में भारी छूट के अलावा एक और खास बात है जो आपको फायदेमंद लगेगी | ये गोल्ड बॉन्ड आपको loan लेने में भी सहायक हैं| आपके SGB के गोल्ड बॉन्ड पर आप 60 से 70 प्रतिशत लोन ले सकते हैं | लोन की मात्रा गोल्ड बॉन्ड की मार्केट वैल्यू से जुड़ी रहेगी |

    निवेश कैसे करें?

    अब समझ लेते हैं कि SGB में निवेश कैसे करें | देखिए इसकी प्रक्रिया बड़ी ही असान है | भारतीयत रिजर्व बैंक SGB को कई चैनल्स से ग्राहक तक पहुंचाती है | सबसे पहले चैनल है : बैंक | जिस भी बैंक में आपका खाता है, आप वहाँ इसे खरीद सकते हैं | आपको एक पन्ने का फॉर्म मिलेगा जिसमें आपको अपनी डिटेल्स और निवेश की डिटेल्स देनी होगी और साइन करना होगा |

    दूसरा तरीका है कि आप इसे अपने demat account में भी खरीद सकते हैं | रिजर्व बैंक series को 7 दिन के लिए open रखती है | आप इन सात दिनों में कभी भी अपने शेयर ब्रोकिंग demat account से असानी से खरीद सकते हैं | demat पर खरीदने से कुछ डिस्काउंट भी मिलता है |

    इसलिए आपके लिए जल्द आ रहा है – अगला tranche अगस्त 22, 2022 से अगस्त 26, 2022| issue price – 5197 रुपये |

  • इंसान दिल से अमीर होता है , पैसों से नहीं

    इंसान दिल से अमीर होता है , पैसों से नहीं

    बात उन दिनों कि है जब मैं एक ऐसी बैंक ब्रांच में काम किया करता था जहां पर मैं Mutual Funds को लेकर काफी एग्रेसिव था| मैंने कुछ ही समय पहले अपना AMFI certification पास किया था और मैं ये जान कर बेहद जोश में था कि mutual funds में invest करने से हम अच्छे returns पा सकते हैं|

    उन दिनों मैंने एक ऐसे ग्राहक से मुलाकात की थी जिसने सबसे ज्यादा invest किया था और उनकी वजह से मुझे mutual funds में बेहतरीन performance के लिए इनाम से नवाज़ा भी गया था| इसलिए वो मुझे याद रह गए| मगर जब आप उनकी रोचक कहानी जानेंगे तो आप भी उन्हें याद रखेंगे|

    भाई साब बैंक में अपना कोई छोटा मोटा काम कराने आये थे| उनको शायद पासबुक प्रिंट करानी थी| बैंक में आज भी लोग अपनी पासबुक को लेकर काफी भावुक रहते हैं| और हों भी क्यूँ ना: पासबुक में ही तो सारा हिसाब लिखा रहता है कि बैंक में कितने पैसे जमा हैं|

    जरुर पढ़ें : धन संपत्ति का मनोविज्ञान

    हालाँकि लोगों को अब इन्टरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसे नए तरीके अपनाने चाहिए| सिर्फ अपनी साइबर सुरक्षा का ध्यान रखें|

    तो वो सज्जन अपनी पासबुक लेकर पासबुक प्रिंटिंग काउंटर में गए होंगे| और जब अपनी पासबुक प्रिंट करवाए बिना लौटे तो सीधे मेरे पास आये होंगे| उन्होंने शिकायत की, “सर मेरी पासबुक प्रिंट नहीं हो रही है| वो कहते हैं कि कल आओ|”

    मैंने उनको बिठाया और कहा थोडा रुकिए मैं देखता हूँ| वो बैठ गए शांति से और इंतज़ार करने लगे| मुझे लगा था कि शायद कुछ देर बैठकर चले जायेंगे लेकिन वो वहाँ से टेल नहीं| और वहीँ बैठे रहे|

    काफी देर हो गई मैं एक लोन की फाइल में डूबा हुआ था| जब उस फाइल से बाहर निकला तो होश आया कि मैंने इन सज्जन को रुकने के लिए कह दिया था| और काफी देर हो गई थी| मगर ये तो इस तरह शान्ति से बैठे रहे कि मुझे पता ही नहीं चला| अक्सर बैंकर्स को ऐसे ग्राहक दर्शन को नहीं मिलते|

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    उनके इस व्यवहार ने मेरा मन जीत लिया| मैंने फ़ौरन कहा, “सॉरी सर, वो ज़रा एक लोन कि फाइल में फंस गया था| बताइए क्या काम था?”

    “नहीं सर, कोई बात नहीं!”

    “मुझसे अब उनकी हेल्प किये बिना रहा नहीं गया और मैंने उनसे कहा कि पासबुक प्रिंटिंग तो नहीं हो पा रही लेकिन लाइए मैं आपकी स्टेटमेंट निकलवा देता हूँ|”मेरी इस बात को सुनकर उनका चेहरा चमक उठा| दोनों हाथ जोड़ने लगे!

    मैंने उनकी पासबुक ली और उनको पासबुक प्रिंट करके दे दी| फिर मैंने उनके खुश मिजाज़ को देखते ही सोचा “इनसे भी पूँछ लूँ| हालंकि दिख तो नहीं रहे कि mutual funds के NFO में invest करेंगे|” फिर भी बैंक में रहकर मैंने एक बात सीखी है कि आप किसी को भी कम आंकने की गलती कभी ना करें|

    “सर आप mutual funds में invest करेंगे?”

    वो क्या होता है| उन्होंने हैरान हूकर पूंछा| मैंने फिर उनको mutual funds के बारे में बताया| वो शौनक तो ऐसे रहे थे कि कितना पैसा invest कर देंगे मगर उनकी शकल और वेश भूषा देखर यही लग रहा था कि वो शायद लाख भर भी कर दें तो बड़ी बात होगी| अक्सर ऐसे दिखने वाले ग्राहक अंत में सब कुछ सुनकर यही कहते हैं कि “ठीक है सर, मैं फिर आता हूँ!”

    मगर उन्होंने कहा “ठीक है सर! कर दीजिये!”

    “कितने?” मैंने पूंछा

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    वो बोले कि जितना भी बैंक बैलेंस हो उसमे से 50 हज़ार छोड़कर पूरा लगा दीजिये| तब मैंने सोचा कि चलो इनती मेहनत से बताया तो कुछ तो मिला| फिर मैंने उनसे उनकी पासबुक मांगी और खाता नंबर देखकर उसे अपने सिस्टम में पंच करने लगा| मेरी आखें फटी की फटी रह गईं| क्या आप बता सकते हो वो साधारण से दिखने वाले सज्जन के बैंक अकाउंट में कितने पैसे रहे होंगे|

    27 लाख रुपये|

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    मुझे भरोसा नहीं हुआ| मुझे लगा शायद मैंने गलत अकाउंट नंबर पंच कर दिया है| फिर मैंने चेक किया और नाम भी मैच किया तो पाया कि सब कुछ बिलकुल सही बोले थे हामरे प्रिय ग्राहक| लेकिन मैंने उनसे फिर से रकम पर उनकी मर्ज़ी जाननी चाही और उन्होंने यही कहा “हाँ सर, 26 लाख लगा दीजिये|

    कुछ लोगों को पहचान लेना सह्मुच मुश्किल होता है| बाद में पता चला कि वो सज्जन बिजली बोर्ड में बाबु थे| लेकिन कभी ज़माने में labour category में ad hoc पे चयन हुआ था| कह सकते हैं ठेके पे थे| फिर वो कुछ सालों बाद पक्के में हो गए थे|

    थोडा और वो खुले तो पता चला कि पोश इलाके में उनके पास एक शानदार 3 BHK डुप्लेक्स भी है| मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने कह दिया , “सर आप लगते नहीं कि इतनी प्रॉपर्टी आपके पास होगी| आप रहते कहाँ हो”

    “सर, इसमें शायद आप यही कहना चाह रहे हैं कि मैं इतना सिंपल गाँववाले जैसा क्यूँ रहता हूँ| सरजी मैं कभी मजदूर में भारती हुआ था और ये तो किस्मत है कि मेरे पास इतने पैसे आ गए| मगर मुझे अपना गाँव और वहाँ की देहाती ज़िन्दगी ही पसंद है|”

    और उसके जाते जाते यह पता लगा कि उनका 3 BHK डुप्लेक्स किराए पे उठा हुआ है और वो खुद एक कच्चा मकान में रहते हैं| और इसके लिए उनको कोई शिकायत नहीं| वो वहाँ बेहद ख़ुशी के साथ अपने माँ बाबूजी के साथ रहते हैं|

    तब मैंने उनसे कुछ धन से जुड़े सबक सीखे जो मेरे साथ आज भी हैं:

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    1. ज़िन्दगी में शो ऑफ से आप अमीर नहीं बनते| यदि आपके पास पैसे आयें तो यूज़ invest करें|
    2. invest करने से पीछे ना हटें| उनको जैसे ही मेरी स्कीम समझ आई उन्होंने 26 लाख तुरंत invest कर दिए| हम अपने पैसों से इतना मोह करते हैं कि बार बार सोचते हैं कि नुकसान ना हो जाए| यह नहीं सोचते कि फायदे भी तो हो सकते हैं | यदि रिस्क लेंगे तभी फायदा होगा|
    3. सिंपल लाइफ आजादी और मज़ा दोनों देता है और आपको स्टेटस और आपको इज्ज़त तो जब लोगों को आपकी औकात पता चल जाता है तो मिल ही जाती है|
    4. इसलिए दिखने में नहीं, बनने में ध्यान लगाओ |

    शायद वो अनोखे न होते तो याद न रह जाते| इससे मैंने ये सीखा कि आपकी सादगी आपकी शानों-शौकत से ज्यादा आकर्षक होती है|

  • डेबिट कार्ड से Amazon India पर ऑनलाइन शॉपिंग कैसे करें(online shopping at Amazon.in using Debit Card in hindi )

    डेबिट कार्ड से ऑनलाइन शॉपिंग करना आजकल एक आम बात हो गई है| आपका डेबिट कार्ड आपको कैशलेस शॉपिंग करने में हेल्प प्रदान करता है| तो आइये जानते हैं कि हम किस तरह ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं, डेबिट कार्ड को इस्तेमाल करके|

    सबसे पहले आप सुनिश्चित कर लें कि आपके पास नीची लिखी जानकारी और सामान तैयार हों:

    1. आपका डेबिट कार्ड
    2. आपको अपने डेबिट कार्ड का PIN पता होना चाहिए
    3. आपका मोबाइल हैंडसेट जिसपे आपको OTP आएगा

    इसके बाद आप मोबाइल पर या अपने लैपटॉप पर या अपने डेस्कटॉप पर ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं| ऑनलाइन शॉपिंग के लिए एक और चीज़ बहुत जरुरी है: इन्टरनेट कनेक्शन| इसलिए अच्छी speed का इन्टरनेट कनेक्शन जरुर रखें|

    अब आप ऑनलाइन शॉपिंग के लिए तैयार हैं| तो चलिए चलते हैं Amazon.in पर ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए| सबसे पहले आप अपना login id और password डालेंगे और अपने ऑनलाइन अकाउंट में पहुँच जायेंगे| यदि आपका ऑनलाइन login अभी नहीं बना है तो सबसे पहले अपना login id तैयार कर लें|

    Amazon.in पर अपना login तैयार करने के लिए पढ़ें:

    Amazon पर अपनी ID कैसे बनाएं?

    अब चलते हैं Amazon India पर शॉपिंग करने, चलिए:

    STEP 1: अपना आइटम सेलेक्ट करें

    Amazon India पर ऑनलाइन शॉपिंग के लिए बहुत कुछ है| ये दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन वेबसाइट हैं| यहाँ पर आप किसी भी तरह का सामान खरीद सकते हैं| तो सबसे पहले आप अपना आइटम सेलेक्ट कर लें|

    STEP 2: अपने आइटम को कार्ट में add करें

    “Add to Cart” आपको आइटम के नीचे लिखा दिखेगा| उस पर क्लिक करें| एक के बाद एक आइटम सेलेक्ट करते जायें और add to cart करते जायें| जब आपकी शॉपिंग पूरी हो जाए तब आप “Buy Now” को सेलेक्ट करें और उस पर क्लिक करें|

    STEP 3: Payment Method सेलेक्ट करें

    “Buy Now” पर क्लिक करते ही आप दूसरी स्टेज में पहुँच जायेंगे| इस स्टेज में आपको पेमेंट का तरीका सेलेक्ट करना होता है| पेमेंट यानी भुगतान|

    “Debit Card” आप्शन सेलेक्ट करने के लिए थोडा नीचे स्क्रोल करें| आप अगले स्क्रीन पर पहुँच जायेंगे| उस पर आपको आपका नाम, आपका कार्ड नंबर और कार्ड की एक्सपायरी डेट (expiry date) फीड करनी होगी|

    इस तरह आपको अपनी Debit Card से जुडी 3 जानकारी देनी है:

    1. Debit Card होल्डर का नाम
    2. Debit Card का 16 अंकों वाला डेबिट कार्ड नंबर
    3. कार्ड की expiry date

    STEP 4: CVV Code डालें

    अब आपका Debit Card शॉपिंग के लिए Amazon India पर जुड़ जायेगा| बार आपको अपने डेबिट कार्ड को जोड़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी|

    अब आपको अगली बार जब भी शॉपिंग करनी हो, आप को सीधे कार्ड लिंक दिखाई देगा| आपको स्क्रोल करने पर अपना डेबिट कार्ड लिंक दिखेगा| कुछ इस तरह:

    अब आपको अपने डेबिट कार्ड का CVV code डालने के लिए आप्शन दिखेगा| तो CVV आपके डेबिट कार्ड के पिछले हिस्से में लिखी 3 अंकों वाली संख्या होती है| आप उस संख्या को यहाँ अंकित कर देंगे|

    STEP 5: OTP

    जैसे ही आप अपना 3 अंकों वाला CVV code एन्टर करेंगे, आपको OTP का आप्शन आ जायेगा| और आपको आपके मोबाइल फ़ोन पर OTP का मेसेज मिलेगा| अब आप वो OTP की संख्या यहाँ पर एन्टर कर दें|

    इस तरह आप 5 steps में अपनी ऑनलाइन शॉपिंग Amazon पर आसानी से कर लेंगे| इसी तरह से आप किसी भी ओंल्निने साईट पर जाकर अपने डेबिट कार्ड से ऑनलाइन स्चोप्पिंग कर सकते हैं|

    यदि कोई समस्या आये तो आप नीचे कमेंट्स में लिख दें| मैं आपकी प्रॉब्लम को सुलझाने की पूरी कोशिश करूँगा|

  • डेबिट कार्ड क्या होता है?(Debit Card kya hota hai in Hindi)

    डेबिट कार्ड क्या होता है?(Debit Card kya hota hai in Hindi)

    आप अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकलने के लिए बैंक जाते हैं| मगर बैंक में प्रॉब्लम यह है कि वहां आपको लम्बी लाइन में खडा होना पड़ता है| काउंटर पर काश निकालने के लिए कभी-कभी तो पूरा का पूरा दिन भी लग जाता है|

    तो ऐसे में बैंक ने आपको एक घर बैठे पैसे निकलने की सुविधा प्रदान की है| जी हाँ , आप घर बैठे किसी भी आस पास के ATM मशीन से पैसे निकाल सकते हैं|

    (Debit Card kya hai) डेबिट कार्ड क्या है

    तो चलिए मैं आपो उस सुविधा के बारे में बताता हूँ – डेबिट कार्ड|

    डेबिट कार्ड प्लास्टिक एक प्लास्टिक का कार्ड है जो आपके बैंक अकाउंट से लिंक रहता है| इस कार्ड को इस्तेमाल करके आप अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं, जमा कर सकते हैं और कई तरह की सेवाओं का लाभ बिना बैंक जाए उठा सकते हैं|

    Debit card की वजह से अब आपको जेब में या थैले में भारी भरकम कैश लेकर चलने की जरूरत नहीं | आपको सिर्फ अपनी पॉकेट में अपना डेबिट कार्ड रखना है और आप जहां भी ATM मशीन हो वहाँ पर अपने डेबिट कार्ड से पैसे निकाल लें|

    बैंकों ने अपने ग्राहकों की भीड़ बैंक में कम करने के लिए और जगह जगह कैश की सेवा देने के लिए ATM मशीनें लगाई हैं| आप चाहें तो उनकी लोकेशन google करके ढूँढ सकते हैं|

    आइए अब जानें कि Debit card कैसा दिखता है|आपका debit card विजिटिंग कार्ड की तरह होता है जो बड़ी असानी से आपकी जेब में या पर्स में आ जायेगा| ये कार्ड प्लास्टिक का बना होता है| कुछ इस तरह –

    डेबिट कार्ड: आगे और पीछे

    इस तरह आप देख सकते हैं कि डेबिट कार्ड के दो सिरे होते हैं – आगे का सिरा और पीछे का सिरा|

    आगे का सिरा:

    आगे के सिरे में आपको अपने बैंक का और अपना नाम छापा हुआ मिलेगा| उसके अलावा डेबिट कार्ड का नंबर, Expiry Date छापा हुआ मिलेगा|

    1. एक्सपायरी डेट(Expiry Date): एक्सपायरी डेट का मतलब ये है कि उस तारिख तक आपका कार्ड वैलिड रहेगा और उसको आप इस्तेमाल कर पाओगे| इसमें महिना और साल दिया होता है| दिन नहीं दिया होता |

    तो इसका मतलब आप ये समझ सकते हैं कि अंकित महीने की अंतिम तारीख तक आपका कार्ड काम करेगा| उसके बाद वो बंद हो जायेगा| और आपको नया कार्ड बैंक से आवेदन करके मंगाना होगा|

    2. कार्ड नंबर: (16 digit card number)

    आपके कार्ड पर आपका बैंक अकाउंट नंबर नहीं होता| आपके कार्ड का एक 16 अंकों वाला नंबर होता है| तो जब आप को कहीं कोई कार्ड नंबर पूछे तो यही 16 अंकों का कार्ड नंबर बताना है|

    3. कार्ड कम्पनी का logo और नाम :

    आगे के सिरे में एक और ख़ास जानकारी दी हुई होती है| वो है कार्ड बनाने वाली कम्पनी का नाम| विदित हो कि डेबिट कार्ड को बैंक नहीं बनाती | डेबिट कार्ड को बनाने वाली कमानी अलग होती है| बैंक सिर्फ कार्ड इशू करता है|

    इसलिए ये जानना जरुरी हो जाता है कि कार्ड किस कम्पनी का है| जब आप atm से पैसा निकालने जाते हैं तो उस atm मशीन में आपके कार्ड पर अंकित logo दिखना चाहिए| इसका मतलब यह होगा कि उस atm मशीन पर आप अपना कार्ड इस्तेमाल कर पाएंगे|

    अगर वो logo या कम्पनी का नाम नहीं दीखता तो मान लीजिये कि आपका डेबिट कार्ड उस atm मशीन पर काम नहीं करेगा|

    पीछे का सिरा (backside of Debit Card)

    आपके डेबिट कार्ड में पीछे की ओर भी महत्त्वपूर्ण जानकारी दी गई होती है|

    1. CVV कोड: प्रत्येक डेबिट कार्ड के पीछे आपको एक तीन अंकों का कोड दिखेगा| ये कोड CVV कोड कहलाता है|

    जब आप किसी भी जगह ( जैसे ऑनलाइन या POS मर्चेंट टर्मिनल पर) कोई पेमेंट करते हैं तब आपको पेमेंट complete करने के लिए CVV कोड देना जरुरी होता है| सो आप ये कोड गोपनीय रखें और किसी को न बताएं|

    2. आपको कार्ड के पीछे एक signature strip दी हुई होती है| इस कार्ड पर आप अपना हस्ताक्षर जरूर करें|

    डेबिट कार्ड के पिछले हिस्से में आपके बैंक का पूरा पता और कांटेक्ट नंबर दिया हुआ होता है| यदि आपको डेबिट कार्ड से जुडी कोई समस्या आती है तो आप उस टोल फ्री नंबर पर कालिंग करके मदद मांग सकते हैं|

    आपकी banking जानकारी को डेबिट कार्ड पर एक chip में या मैग्नेटिक strip में स्टोर किया जाता है| इसलिए ध्यान रहे कि आपके कार्ड को कोई क्षति ना पहुंचे| क्षति पहुँचने पर आपकी बैंकिंग जानकारी मिट जाएगी और आपको नया कार्ड मंगाना होगा|

    डेबिट कार्ड से पैसे कैसे निकालें (Debit card se paise kaise nikalen)

    अब मैं आपको बताता हूँ कि डेबिट कार्ड से आप कैश कैसे निकाल सकते हैं|

    आपके पास जो भी बैंक का डेबिट कार्ड है उसका एक साथ में PIN नंबर भी होता है| ATM मशीन पर पैसे निकालने के लिए डेबिट कार्ड के साथ साथ आपको PIN की भी जरुरत पड़ेगी|

    इसलिए आप सुनिश्चित कर लें कि आपके पास आपके डेबिट कार्ड का PIN जरोर्र हो| यदि नहीं है तो आप अपने बैंक से संपर्क करके मंगा या बना सकते हैं|

    अब आपको मैं बताता हूँ क्रम वार वो सभी स्टेप्स जो आप ATM मशीन पर डेबिट कार्ड से कैशनिकालने के लिए इस्तेमाल करेंगे|

    सबसे पहले तो आपको ATM मशीन तलाशनी है जहां पर आपका डेबिट कार्ड काम करेगा| आमतौर पर आप अपने बैंक का ATM ही ढूंढें| मगर यदि आपके आस पास आपके बैंक का ATM ना हो तो भी कोई बात नहीं| आप किसी दुसरे बैंक का भी ATM इस्तेमाल कर सकते हैं|

    STEP 1:

    सबसे पहले आपको ATM मशीन में अपना कार्ड डीप करना होता है| कुछ मचिनों में आपका कार्ड अन्दर खींच लेता है और कैश निकलने के बाद ही कार्ड बाहर आता है| इसलिए घबराने की कोई बात नहीं|

    STEP 2:

    डेबिट कार्ड को ATM मशीन के स्लॉट में डीप करने के बाद आपको कई सारे विकल्प दिखाई देंगे| आप इन सभी विकल्पों में से कैश निकासी(CASH WITHDRAWAL) का विकल्प चुनेंगे|

    STEP 3:

    फिर आपको PIN एंटर करने के लिए मशीन में विकल्प आएगा| आप अपना PIN एंटर करें|