Tag: Savingstipshindi

  • पैसे बचाने का शानदार उपाय : ऑटो डेबिट से बचें

    पैसे बचाने का शानदार उपाय : ऑटो डेबिट से बचें

    हम कैसे पैसे बचाएं, इस पर हर कोई सोचता है। में भी सोचा करता हूं। मैने एक बहुत ही बढ़िया तरीका निकाला है पैसे बचाने का। आइए इस ब्लॉग पोस्ट में डिस्कस करें।

    आपको पता होना चाहिए कि आपके पैसे कहां जाते हैं। मैने अपने पैसों को इसलिए ट्रैक करना शुरू किया। ये प्रैक्टिस शुरू की मैने तब जब एक दिन मैं हिसाब लगाने बैठा और मैने समझने की कोशिश की कि मेरे पैसे कहां जा रहे हैं।

    ये मेरी बजट एक्सरसाइज नहीं है क्योंकि मैं अक्सर बजट नहीं बनाता हूं। मुझे लगता है कि बजट को प्रैक्टिस में लाना चाहिए मगर अभी तक मेरी प्रैक्टिस में नहीं आया है। बजट बनाना बहुत बड़ी हेडेक लगती है।

    मगर मैने एक ट्रेंड नोटिस किया अपने कुछ पेमेंट्स को लेकर। मैने पाया कि में हर महीने कुछ सर्विसेज के लिए पे करता हूं मगर उन्हे यूज कभी कभी करता हूं। मैने नोटिस किया कि ये पेमेंट कुछ ऐप्स के लिए हैं। जैसे गाने सुनने के ऐप, किताब पढ़ने के ऐप, एक्सरसाइज करने के ऐप। ये सभी ऐप कहते हैं कि आपको मंथली पेमेंट करना होगा।

    कोई भी मंथली सब्सक्रिप्शन का अमाउंट शायद देखने में छोटा लगे मगर वो मंथली सब्सक्रिप्शन जब हर महीने कटेगा तो एक बड़ी रकम बन जायेगी। ज्यादातर कंपनियां आपसे पेमेंट ऑटो डेबिट के माध्यम से लेती हैं।

    ऑटो डेबिट का मतलब है हर महीने बिना आपको बताए पैसा आपके खाते से कट जायेगा। कंपनियां आपके क्रेडिट कार्ड/ सेविंग्स अकाउंट की जानकारी पहले ही सब्सक्रिप्शन शुरू करने पर ले लेती हैं।

    और फिर हम याद रखें पेमेंट करना या ना करना, कंपनियां अपना हिसाब बड़े टाइम से कर लेती हैं। ये डिजिटल दुनिया का सबसे बड़ा अशीरवाद मिला है की ग्राहक पेमेंट करना ना चूके, चाहे सर्विस यूज करना चूक जाए।

    मैने अपने सभी ऑटो डेबिट्स की सूची बनाई। मैने पाया कि ज्यादातर ऐप्स की पेमेंट्स कुछ सैकड़ों में थी मगर जब मैने पिछले दो तीन साल का पेमेंट रिकॉर्ड निकाल कर उसे जोड़ा तो मेरे होश उड़ गए। कई हजार रुपए मुझे हमेशा के लिए छोड़ चुके थे।

    शायद इतना पैसा मैं अगर जोड़ने की भी सोचता तो मुश्किल आती लेकिन देने में हमने कोई कसर नहीं छोड़ी । छोटी छोटी 200 – 300 रुपए की मंथली RD कौन डालने की सोचेगा। हम लोग तो उसे सेविंग्स ही नहीं मानेंगे।

    लेकिन उस दिन सन्डे को मेरी आंखें फटी रह गईं। और मैने फिर तय किया कि ऑटो डेबिट मैंडेट हटाकर मंथली खुद पे करूंगा। और ऑटो डेबिट्स वहां लगाऊंगा जहां पैसे मेरे पास आएं जैसे म्यूचुअल फंड के एसआईपी (SIP) प्लान, मंथली RD इत्यादि।

    अब लाइफ में सुकून है कि जो पैसे मैं ऑटो डेबिटस में दान कर दे रहा था अब वो मेरे निवेश में और मेरी रिटायरमेंट में काम आएंगे।