ये बात सही है कि खाली पेट ना भजे गोपाला| इसका मतलब ये होता है कि ईश्वर का स्मरण तभी होता है जब पेट खली ना हो| अर्थात जब हम आर्थिक रूप से जीवन में संपन्न हों|
हमारे देश में रोजगारी की समस्या प्रचंड है| और इसलिए सभी तंत्र – सरकारी और गैर सरकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि देश के युवाओं को रोज़गार मिले| इस सोच को और आगे बढाने के लिए हमारे देश की सरकार ने MSME सेक्टर को develop करने में अच्छी भूमिका निभाई है और निभा रही है|
इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि किस तरह आप यदि कोई किसी तरह का स्माल बिजनेस करते हैं तो किस तरह अपने बिजनेस को भारत सरकार के पोर्टल पर रजिस्टर करा सकते हैं| और रजिस्टर करके कई सारे फायदे (benefits) पा सकते हैं|
UDYAM रजिस्ट्रेशन :
उद्यम रजिस्ट्रेशन , अपने व्यापार को रजिस्टर करने का zero cost, no fee और free रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया process है| इसका मतलब ये होता है कि ना तो आपको उद्यम रजिस्ट्रेशन के लिए कोई किसी तरह का शुल्क देना है| यह रजिस्ट्रेशन बिलकुल निशुल्क है|
देश में अभी तक कुल 72 लाख से ऊपर उद्यम रजिस्टर हो चुके हैं|

क्या आपको पता है कि इतनी बड़ी संख्या में उद्यमियों का रजिस्ट्रेशन करने के पीछे क्या कारण है? आइये जानें|
Udyam रजिस्ट्रेशन क्यूँ?
बैंक से लोन मिलने में आसानी:
MSME सेक्टर में हमेशा से सबसे बड़ी प्रॉब्लम जो आती है वो है पूँजी को लेकर| MSME यानि लघु, छोटे और मझोले उद्यम या उद्योग या बिजनेस| ये वो बिजनेस होते हैं जिनकी इकाइयाँ बहुत छोटी होती हैं और इनके लिए फंडिंग जुटाना संभव नहीं है| इसलिए अब सरकार ऐसे बिजनेस को चिन्हित करके यथा संभव आर्थिक मदद दे रही है|
अब तो बैंकों ने MSME लोन देने के लिए UDYAM रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है| बिना UDYAM रजिस्ट्रेशन के आपको सरकारी द्वारा चलाई योजनाओं में कोई लोन न मिल पायेगा|
जरूर पढ़ें: MSME सेक्टर
यदि आप अपना Udyam रजिस्टर कराते हैं तो आप किसी भी बैंक या वित्तीय संसथान से लोन आसानी से पा सकते हैं| बैंक ऐसी इकाइयों को लोन देने के लिए सबसे आगे रहते है|
कम ब्याज दरों पर बैंक लोन और रियायतें:
जो udyam अपने आपको UDYAM रजिस्टर कर लेते हैं और बैंक से लोन लेते हैं उन्हें समय समय पर सरकार द्वारा व्याज दरों में डिस्काउंट दिया जाता है| ये डिस्काउंट आपको interest subsidy के रूप में दिया जाता है| interest subsidy का मतलब कि जो भी ब्याज दर होगी उसमे कुछ प्रतिशत घटाकर ब्याज लगेगा|
आर्थिक माहौल को देखते हुए समय – समय पर सरकार उयामियों को राहत देने के लिए रियायत देने की घोषणा करती है| उन रियायतों के लिए आप तभी पात्र होंगे जब आप का बिजनेस UDYAM रजिस्टर्ड हो|
Credit Guaranty Scheme का फायदा
Udyam रजिस्टर्ड बिजनेस जो भी बैंक से लोन लेंगे वो Credit Guaranty Scheme के लिए पात्र होंगे| Credit Guaranty Scheme आपको बिजनेस फेल हो जाने पर मुआवजा दिलवाने में सहयोग देती है जिससे आपका बैंक लोन चुकता हो जाए|
जरूर पढ़ें: Credit Guaranty Schemes(क्रेडिट गारंटी योजनायें)
Government Tender में प्राथमिकता
जो बिजनेस UDYAM रजिस्टर्ड होंगे वो सरकारी टेंडर्स के लिए सबसे पहले चुने जायेंगे| इस तरह सरकार UDYAM रजिस्टर्ड बिजनेस यूनिट्स को प्राथमिकता देगी| तो अगर आप Government Tender में भाग लेते हैं तो आपके चांस बढ़ जायेंगे|
मोटे तौर पे यही सब प्राथमिकताएं दी जाती है| आने वाले समय में और भी सकारात्मक बातें जुड़ेंगी | MSME सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए देश की आर्थिक नीतियां Ease of doing business के सिद्धांत पर ध्यान दे रही हैं| इस नीति के अंतर्गत बिजनेस करने के लिए आसान और सुगम रास्ते बनाये जा रहे हैं|
जरूर पढ़ें: Ease of doing business
UDYAM रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई कैसे करें:
UDYAM रजिस्ट्रेशन के लिए आपको किसी भी ऑफिस में जाने की जरुरत नहीं है| ये प्रक्रिया पूरी तरह online है| UDYAM रजिस्ट्रेशन के लिए आप नीचे दिए लिंक पर जायें:
यहाँ पर होम पेज पर आपको UDYAM रजिस्ट्रेशन का लिंक मिलेगा| कुछ इस तरह:

लिंक 1 पर आपको क्लिक करना है| ये लिंक उनके लिए है जो पहली बार अपने बिजनेस को रजिस्टर कर रहे हैं|
ऐसे उद्यमी जिनका पहले से Udyog Adhaar है , वो लिंक 2 पर क्लिक करें|
इस लिंक को क्लिक करते ही आपके सामने एक वेब पेज खुलेगा| इस वेब पेज पर आपको अपना adhaar नंबर और पूरा नाम देना है| और आपका adhaar OTP के जरिये verify होगा|
और फिर आपके सामने PAN verify करने का ऑप्शन दिखेगा| कुल 10 प्रकार के बिजनेस रजिस्टर करा सकते हैं| यदि आप उन दस के बाहर आते हैं तो 11 वा ऑप्शन चुने: “Others”

इसके बाद कुल 18 बिन्दुओं पर आपको पोर्टल पर अपनी जानकारी देनी होगी| मैंने वो 20 बिंदु नीचे दे दिए हैं| आप ये जानकारी तैयार कर लें:
- क्या आपने पिछले साल ITR फाइल किया है – हाँ / ना
- क्या आपके पास GSTIN है – हाँ या ना
- मोबाइल नंबर
- ईमेल
- सोशल केटेगरी – General/SC/ST/OBC
- लिंग
- क्या आप दिव्यांग हैं – हाँ/ ना
- आपके उद्यम का नाम/ इकाई का नाम
- इकाई का पता
- ऑफिस का पता
- उद्यम के स्थापना की तारिख
- बैंक डिटेल्स – बैंक का नाम , खाता नंबर और IFSC कोड
- इकाई का प्रकार – मेनूफक्चारिंग या सेवा
- NIC कोड
- आपकी यूनिट में employed लोगों की संख्या
- टोटल टर्न ओवर(Total Turnover)
- क्या आप Govt e-portal पर रजिस्टर करना चाहते हैं
- DIC यानि जिला उद्योग कार्यालय का नाम
इस तरह इन सभी तरह की जानकारी को आप ready कर लें और फिर फॉर्म भरने बैठें|
कौन – कौन से सेक्टर UDYAM में शामिल हैं?
जरुर पढ़ें – MSME सेक्टर
तीनों :
विनिर्माण – Manufacturing
सेवा – Services
ट्रेडिंग(खरदीना-बेंचना) – Trading
इस तरह तीनों सेक्टर के उद्यमी अब अपना UDYAM रजिस्ट्रेशन का लाभ ले सकते हैं| हाल ही में Trading को MSME में शामिल कर दिया गया है| अब ट्रेडिंग का बिजनेस करने वाले उद्यमी भी सरकारी योजनाओं का लाभ ले पाएंगे|
एप्लीकेशन फॉर्म ऑनलाइन fill up करने के बाद आपको तुरंत बाद 19 digit alpha-numeric UDYAM रजिस्ट्रेशन नंबर मिल जायेगा| इस नंबर को लेकर फिर आप अपना UDYAM Registration Certificate प्रिंट कर सकते हैं|
UDYAM Registration Certificate कुछ इस तरह से दिखता है| और जब आपको अपना UDYAM सर्टिफिकेट मिलेगा तो आपको ख़ुशी का अहसास होगा!
UDYAM REGISTRATION सर्टिफिकेट कैसे प्रिंट करें
आप अपने UDYAM Registration Certificate को नीचे दिए निर्देशों के अनुसार बड़ी आसानी से प्रिंट कर सकते हैं:
Step 1:
सबसे पहले आप UDYAM की वेबसाइट के होम पेज पर जायें
या फिर आप सीधे इस URL पर लिंक कर सकते हैं:
UDYAM REGISTRATION CERTIFICATE
Step 2:
अब आपको ये पेज मिलेगा:

Step 3
अब यहाँ पर आप अपना UDYAM रजिस्ट्रेशन नंबर और मोबाइल नंबर डालें| आपके मोबाइल पर एक OTP आएगा| और जैसे ही आप OTP डालेंगे, आपके सामने आपका UDYAM रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिखेगा|

UDYAM Registration Certificate अपडेट कैसे करें
अगर आपको बाद में कभी लगे कि आप अपनी कुछ जानकारी अपडेट करना चाहोगे तो उसके लिए भी आप्शन दिया गया है| उसके लिए आप top menu में जायें और Update Details पर क्लिक करें| कुछ इस तरह:

इस तरह से आप UDYAM रजिस्ट्रेशन करके अपने बिजनेस को आगे बढ़ा सकते हैं| यदि UDYAM से जुडी और कोई जानकारी आपको चाहिए तो नीचे comments में बताएं|