Author: DS

  • Banking ccorrespondent या kiosk operator – एक career के रूप में

    Banking ccorrespondent या kiosk operator – एक career के रूप में

    Kiosk का concept ये है कि जो दूर दराज के देहात और गाँव हैं जहां बैंक नहिं पहुंच सकते वहाँ पर कियोस्क बैंकिंग से मूलभूत बैंकिंग सेवायें जैसे पैसे जामा, पैसे निकालना, सरकारी बीमा योजना, इत्यादि दी जा रही हैं | 

    Kiosk banking kiosk operators और बैंक दोनों के लिए profitable है | ये सिर्फ एक social banking तक ही सीमित ना रखकर इसे फायदेमंद बनाया गया है | 

    मुझे kiosk banking, affiliate business के जैसा लागा जहां बैंकिंग services पर fixed commission से CSP बढ़िया income generate कर ले रहे हैं | 

    और इस तरह ये एक अच्छा income source बन सकता है | यदि आप पढ़े लिखे हैं और दूर दराज के गाँव में रहते हैं जहां पर कोई और अच्छा करने की संभावना कम है तो फिर आप banking correspondent या kiosk operator ban सकते है और धीरे धीरे अच्छी monthly income generate कर सकते हैं 

    तो कैसे income generate होती है csp के लिए

    जो भी आप banking activity करेंगे उसके आप percentage या fees के रूप में commission दिया जाएगा | कुछ activities जिसके लिए आपको commission मिलेगा वो हैं : 

    • कैश जमा करने के लिए 
    • कैश payment करने के लिए 
    • एक khate से दूसरे के खाते में पैसे transfer करने के लिए 
    • नया account खोलने के लिए 
    • Sarkari बीमा योजनाओं में enrollment के लिए 

    Commission कैसे बनता है : 

    आपको फिक्स और variable जैसे दो तरह की Income में बांट सकते हैं | 

    आपकी ज्यादा आय variable रहेगी क्यूंकि kiosk operator या banking correspondent के ज्यादा sources day to day की banking सेवाओं पर ही होगी |

    किन साधनों की जरूरत पड़ती है बैंकिंग कियोस्क को start करने के लिए? 

    आपको बैंकिंग kiosk start करने के लिए सबसे पहले चाहिए : 

    • एक जगह जहां पर लोग आते जाते हों | जहां पर मार्केट हो जहां लोग पैसे को उसे करेंगे 
    • एक 10×10 का कमरा पर्याप्त है बैंकिंग कियोस्क शुरू करने के लिए 
    • Laptop 
    • Aur Bio मेट्रिक डिवाइस जिससे अंगूठे को स्कैन करेंगे 

    ये न्यूनतम मांग रहेगी एक नया बैंकिंग कियोस्क start करने के लिए | 

    एक CSP जिसने 2-5 साल के बीच काम किया होगा, उसको average commission हर महीने 50-60 हजार आ सकता है | 2-5 साल का समय देना होगा और आपको बैंक के लिए छोटे – बड़े सभी को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ देंगे | 

    Banking correspondent का काम कैसा होता है : 

    देखिए banking correspondent होने से आप को दिन भर में कई सारे banking वाले काम को अंजाम देना होगा जैसे – एक बैंक में counter पर आम तौर ar देखने को मिलता है | 

    एक अच्छा बैंकिंग correspondent बनने के लिए क्या है सबसे जरूरी 

    जो सबसे जरूरी बात होती है वो है लोगों के साथ अच्छे सम्बंध और आपकी ग्राहक सेवा | आपने कार्य को ईमानदारी से करें | एक एक पैसे का हिसाब रखें और समय से खोलें ताकि लोगों को पता रहे कि आप कब तक अपनी सेवायें रोज देते हैं | 

    क्यूंकि banking seva का सबसे बड़ा pehli है trust या भरोसा, इसलिए ईमानदारी से काम करें और आपको एक आदर्श CSP बनने से कोई नहिं रोक सकता है | 

  • Bill gates के बारे में

    Bill gates के बारे में

    Bill gates के बारे में जानेंगे  इस blog में आप | आपके कई सवाल हो सकते हैं, जैसे : 

    कौन है बिल गेट्स? 

    Bill gates के बारे में क्यूँ जानें? 

    Bill gates करते क्या हैं? 

    Bill gates का दुनिया पर क्या असर हुआ है? 

    Bill gates आजकल क्या कर रहे हैं? 

    और ऐसे ही कई सवालों के जवाब मैं आपको इस ब्लॉग में दूँगा | 

    कौन है बिल गेट्स? 

    Bill gates दुनिया के सबसे अमीर इंसानों में से एक हैं | ब्लकि बिल गेट्स कई सालों तक दुनिया के सबसे अमीर होने की सीट पर बिराज चुके हैं | इतना ही नहिं ब्लकि बिल गेट्स शायद दुनिया के सबसे कम उम्र के सबसे अमीर इंसान भी हैं जो 40 साल साल की उम्र में forbes लिस्ट में सबसे अमीर इंसान की सीट पर रह चुके हैं | 

    तो ऐसा bill gates ने क्या किया जिसके कारण वो दुनिया के सबसे अमीर बन गए?

    Bill gates के management सूत्र

    Bill gates का नाम अब आप भूल नहिं पाएंगे क्यूंकि जो बात मैं अब आपको बताऊँगा वो पूरी बात स्पष्ट कर देगा| बिल गेट्स ने एक कंपनी शुरू की | इस कंपनी को नाम दिया microsoft | Microsoft पहले एक दूसरी कंपनी जिसका नाम IBM है उसके लिए program या यूं कहें कि सॉफ्टवेयर लिखा करती थी | ध्यान रखेंगे कि soft शब्द का इस्तेमाल computer programming या coding के लिए होता है | 

    तो बिल गेट्स ने बहुत ही कम उम्र में coding करनी शुरू कर दी थी | तब उस समय coding को कोई सिखाता नहिं था : ना आकुल और ना कॉलेज | ये तब नया नया ही था और अभी कुछ समय पहले ही defense labs से निकलकर skool labs तक पहुंचा hi था उमर इसपर कई प्रयोग किए jaa रहे थे |

    Bill gates अपने दोस्त और Microsoft के co-founder के Paul Allen साथ

    Bill gates के एक दोस्त हुआ करते थे : Paul Allen | वो उनसे उम्र में बड़े थे लेकिन दोनों घंटों बिल गेट्स के पापा के ऑफिस mien लैब में बैठकर कंप्युटर पर प्रोग्राम किया करते और करते करते इतने राम गए कि बिल गेट्स का दाखिला harvard कॉलेज में हो गया था लेकिन उन्होंने कॉलेज की padhai से बेहतर ye समझा कि वो उसी समय को फुल. Time programming और coding में देना चाहेंगे | 

    So, उन्होंने ये फैसला लिया और कुछ ही समय के बाद अपनी कंपनी microsoft शुरू की | इस कंपनी को उन्होंने बड़ी ही काम उम्र, 19 साल की उम्र में शुरू की| 

    आज जो आप हर desktop पर Windows और MS WORD, MS EXCEL, MS POWERPOINT देखते हैं वो और कोई नहिं बिल गेट्स और उनकी कंपनी microsoft की ही देन है | 

    Bill gates का दुनिया पर क्या असर हुआ है? 

    Bill gates के management सूत्र

    Bill gates का दुनिया पर बहुत ज्यादा असर हुआ है | आज आप जो भी IT या सूचना क्रांति देखते हैं उस में बिल गेट्स और उनकी कंपनी ने बहुत बड़ा योगदान दिया है | 

    उन्होंने ने ही e-governance, land records का computerization और ना जाने कितने ऑनलाइन और computerised systems को हवा दी है | उनका योगदान ऐतिहासिक है | 

    मैं आपको उनके बारे में क्यूँ बता रहा हूं

    Bill gates के management सूत्र

    उनके बारे में आप इसलिए जाने और पढ़ें | आपको वो ये सीख सकते हैं कि अपने पैशन या जुनून पर काम करो और उससे आप जितना सीखेंगे उतना दूसरों की लिखी किताबों से नहिं | आपने कस्बे को अंजाम तक पहुंचाएं| बिल गेट्स को अपनी स्किल्स पर पूरा भरोसा था इसलिए वो अपनी harvard की padhai को alwida kehkar अपने जुनून पर काम करते रहे क्यूंकि घंटों कोडिंग करने के बाद उन्हें अपने ऊपर भरोसा हो गया था कि वो अब इस में दुनिया से कहीं आगे निकल चुके हैं और वो ये ही रास्ता फॉलो  करना चाहेंगे | 

    Bill gates आजकल क्या कर रहे हैं?

    Bill gates के management सूत्र

    आजकल Bill gates apniy Microsoft company से दूर हैं और दुनिया भर में घूम – घूम सामाजिक कार्यों में अपना समय लगा रहे हैं | उनका कार्य खास करके गरीब देशों जैसे Africa में साराहनिय है | 

    हाल ही में दुनिया भार में जो संकर आया था, COVID का उसके ऊपर भी वो समय समय पर अपने विचार और उनकी संस्था द्वारा चलाया जा रहा कार्य अलग अलग platforms पर share करते rehte हैं |

    Bill Gates पर आप और पाढ़ सकते हैं, उन पर लिखी इस किताब से :

    Bill gates के management सूत्र

  • किसानों के लिए कल्याणकारी रिण योजना – किसान क्रेडिट कार्ड ( Kisan Credit Card Scheme in Hindi)

    किसानों के लिए कल्याणकारी रिण योजना – किसान क्रेडिट कार्ड ( Kisan Credit Card Scheme in Hindi)

    बैंकों में नाना प्रकार की लोन स्कीम हैं जो कि जन कल्याण को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं | इस कड़ी में एक लाभप्रद जन कल्याणकारी योजना है – किसान क्रेडिट कार्ड योजना | आइए इस पोस्ट में जाने किसान क्रेडिट कार्ड योजना से जुड़ी जरूरी बातें :

    ये योजना किसके लिए है?

    योजना का लाभ किसानों के लिए हैं | कहने का मतलब ये है कि आप के पास खेती वाली जमीन हो| यदि आप खेती करते हैं तो आप अपनी जमीन पर फसल पैदा करने के लिए बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम में लोन लेने के लिए पात्र हैं |

    ऐसे किसान जिनके पास अपनी खुद की जमीन नहिं है मगर वो दूसरे किसानों की जमीन पर खेती कर रहे हों, भी कुछ शर्तों को पूरा करके किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ उठा सकते हैं |

    किसान क्रेडिट कार्ड क्या है :

    ऐसा लगता है कि ये एक क्रेडिट कार्ड है जो कि बिल्कुल सही समझ रहे हैं | इस योजना में आपको क्रेडिट कार्ड की तरह पैसे निकालने और जमा करने होते हैं| जमा करिए और फिर निकल लीजिए, फिर जमा करिए और फिर निकल लीजिए और इसी तरह ये कार्ड आपको सालों साल तक हेल्प करता है |

    मगर किसान क्रेडिट कार्ड की शर्तें और नियम एक आम क्रेडिट कार्ड स्कीम से बिल्कुल अलग होती हैं| इसमें आपको फैसलों के मौसम के अनुसार जमा और निकासी की फैसिलिटी रहती है | जैसे किसानी की दो सीजन होते हैं : खरीफ और रबी | खरीफ का मौसम सितंबर से फरवरी का और रबी का मौसम मार्च से अगस्त का होता है |

    क्या किसान क्रेडिट कार्ड पाने के लिए खुद की खेती वाली जमीन जरूरी है?

    जमीन हो लेकिन जरूरी नहिं की आपकी खुद की ही हो | आप ने यदि किसी से जमीन पर इकरार नामा किया है तो उससे भी आप लोन पाने के लिए पात्र बन जाएंगे |

    हाँ इसके लिए जरूरी है कि आप खेतों के असली मालिक से अनापत्ति प्रमाण पत्र जरूर ले लें |

    कितने साल के लिए मिलता है किसान क्रेडिट कार्ड

    क्रेडिट कार्ड में कुल अवधि जिसके लिए लोन मिलता है वो है कुल 5 साल | आप एक बार 5 साल में लोन लेकर फिर से apply कर सकते हैं | और खास बात ये है कि आपको हर साल लोन की सीमा 10 % बढ़ जाएगी |

    पांच साल की लोन अवधि में इसे आप हर साल नवीनीकरण करेगे| समय पर नवीनीकरण से आपको लोन के राशि 10% बढ़ जाएगी और आप लेन देन कर पाएंगे |

    कैसे तय होती है किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट

    आपको किसान क्रेडिट कार्ड में जो लोन मिलेगा वो इस बात पर तय होता है कि आप किस फसल को उगा रहे हैं | हर फसल की लागत के हिसाब से लोन की राशि तय की जाती है | ये राशि प्रति हेक्टेयर में मापी जाती है |

    हर जिले में एक कमिटी होती बैंकर्स की जो ये तय करती है कि अलग अलग फसलों का लागत कितनी आती है | इस लागत की एक फसलों की लिस्ट तैय्यार की जाती है | इस तरह जो बैंकर्स की कमिटी होती है उसे SLBC कहते हैं और जो लागत होती है उसे SOF या फिर स्केल ऑफ फाइनैंस(scale of finance) कहते हैं |

    कैसे करें किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन

    किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आप किसी भी सरकारी बैंक में अप्लाई कर सकते हैं | जो काग़ज़ और दस्तावेज आपको जरूरी है वो हैं :

    जमीन की रजिस्ट्री और पट्टा

    रिण पुस्तिका

    खसरा और खतौनी या किश्त बंदी

    Nazri नक्शा

    ये ऊपर दिए दस्तावेज सबसे पहले जमा लार लें और आप वहीँ क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करें जहां आपका बचत खाता चल रहा हो | यदि आपका वहाँ पर बैंक में कोई खाता नहिं है तो सबसे पहले बचत खाता खुलवा लें |

    इसके अलावा आपको अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड देना होगा | तो उसे भी साथ में रख लें |

    कितना समय लगेगा लोन मिलने में

    लोन मिलने का समय समझने के लिए ये समझ लें कि कितने स्टेप्स होते हैं किसान क्रेडिट कार्ड का लोन पास होते हैं | और उसी से आपको अंदाजा मिल जाएगा कि आपको कितना समय लाग जाएगा |

    सबसे पहले आपके दस्तावेजों की एक बैंक के वकील द्वारा जमीन का रिकॉर्ड खगाला जाता है जिसे TIR या टाइटल इनवेस्टिगेशन रिपोर्ट कह्ते हैं | इस रिपोर्ट को बनने में 7-10 दिन का समय लगेगा|

    एक बार TIR मिलने के बाद बैंक आपसे आवेदन फॉर्म भरवा लेती है | उसके बाद 7-10 का समय और लगेगा जिसमें आपको लोन प्रोसेस होता है | इस तरह अंदाजन ये कहा जा सकता है कि 15 दिन के अंदर आपको किसान कार्ड मिल जाएगा |

  • अगर आपने अभी शुरू किया है कमाना, तो ये 10 बातों का रखें ध्यान!

    अगर आपने अभी शुरू किया है कमाना, तो ये 10 बातों का रखें ध्यान!

    अपनी पहली जॉब और जॉब का पहला दिन हमेशा याद रहता है | मेरी पहली इंकम हुई this वो 400/- रुपये की थी जब मैंने पहली बार ट्यूशन देकर पैसे कमाए थे | और पहली इंकम जो रेगुलर जॉब से हुई थी वो थी 3200/- रुपये |हमें कुछ ऐसी बातें हैं जो याद रखने के काबिल है|

    तो आइए कुछ ऐसी बातों को जाने जो हमें अपनी पहली जॉब के पहले दिन से याद रखनी चाहिए | इससे हम अपनी zindagi में फाइनेंसियल सिक्युरिटी बना पाएंगे |

    1. सबसे पहले काम : पहली सैलरी से ही saving शुरू करें

    अपनी salary का कुछ हिस्सा हर महीने बचाएँ | Savings या बचत करने के लिए आप कोई savings plan लें | सेविंग प्लान ऐसा हो कि आप उसमें पैसे डाल तो पायें मगर निकाल ना पायें | इस सुविधा को लॉक ईन facility कह्ते हैं | मेरे कहने का मतलब ये हुआ कि आप सेविंग प्लान is तरह का लें जिसमें लॉक ईन facility हो और अपनी सेविंग को निकाल ना पायें|

    2. एक term plan लें :

    टर्म प्लान का मतलब life insurance policy जो आपकी लाइफ को कवर करे | जितनी कम उम्र में आप टर्म प्लान ले लेंगे उतना कम प्रीमियम लगेगा | और वही प्रीमियम जीवन भर रहेगा |

    3. Credit कार्ड पेमेंट पूरा करें

    आपको credit card में पैसे खर्च करने के लिए लिमिट मिलेगी | और ये लिमिट 30-45 दिन के लिए interest free होती है | अगर आप इन्हीं 30-45 दिनों में use किया पैसा वापस pay कर देते हैं तो आपको कोई ब्याज नहिं लगेगा | इसलिए आप credit card पर minimum payment के बजट पूरा पेमेंट करें |

    4. Emergency fund – आपातकालीन फ़ंड बनायें

    अपनी अर्थिक सुरक्षा के लिए हमेशा कुछ पैसे एक फंड के रूप में हमारे पास जमा रहें और हम जब भी जरूरत पासे उसे यूज कर सकें | इस तरह का फ़ंड तैय्यार करने के लिए एक बैंक में RD या रेकरिंग अकाउंट खोलें और उसमे कुछ पैसे हर महीने अपनी salary से कटवाकर रखें |

    5. बजट के साथ पैसों का रखरखाव करें

    चूंकि अभी आप के हाथों में पैसा पहली बार आ रहा है और आप की इच्छायें आपको खर्चों को समझने में कि कहां खर्च करें और कहां नहिं, समझने के लिए एक बजट का यूज करें | आप कोई भी मोबाइल app डाउनलोड कर लें और उसमे जब भी कोई खर्च करें, नोट कर लें और समय समय पर उसे जरूर देखें और अपने खर्चों का आंकलन करें |

    6. ना किसी को उधार दें और ना किसी से उधार लें

    आपको नई जॉब के साथ ये समझना जरूरी है कि आपके पास अभी शुरुआत में पैसों की समझ बनने में समय लगेगा | ऐसे में किसी से पैसों का कोई हिसाब ना रखें | ना किसी को पैसे दें और ना किसी से पैसे लें |

    7. अपना Demat खाता खुलवाए

    Dmat खाता खुलवाने से आपको निवेश करने में सुविधा आयेगी | dmat अकाउंट से ना सिर्फ आप शेयर खरीद सकते हैं बल्कि आपको bonds, IPO, gold bonds, म्युचुअल फ़ंड आदि में भी निवेश करने में सुविधा मिलेगी |

    8. किसी भी तरह का कोई भी बीमा या निवेश करने से पहले

    ध्यान दें कि आपके सगे संबंधियों के रूप में आपके पास बीमा एजेंट और म्युचुअल फ़ंड एजेंट पहुंचेंगे और आप को लुभावने सपने दिखा कर आपसे निवेश या बीमा के लिए भावुक बातें करेंगे| ऐसी स्थिति में आपको ध्यान देने कि जरुरत है कि किसी भी गलत बीमा या निवेश को करने से आप अपने खुद के भविष्य को संकट में डालेंगे इसलिए भावुकता से नहिं, समझ बूझ से काम लें

    9. अपनी एक diary बना लें

    आप अपनी एक diary बना लें जिसमें आप अपनी सभी फाइनेंसियल डीटेल लिख कर रखें|आपके बैंक अकाउंट नंबर, क्रेडिट और डेबिट कार्ड नंबर, बीमा पॉलिसी नंबर, अपने बैंक में दर्ज अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर ये सभी जानकारी अपनी डायरी में नोट करके रखें और इस डायरी की जानकारी अपने किसी एक परिजन को जरूर दें | इससे आपके आश्रितों को जरूरत पड़ने पर आपकी डिटेल्स निकलने में असानी होगी |

    10. Nomination फैसिलिटी जरूर इस्तेमाल करें

    Nomination का ऑप्शन आपके बैंक अकाउंट, आपकी बीमा पॉलिसी, आपकी म्युचुअल फ़ंड स्कीम, इत्यादि पर उपलब्ध रहती है | इस सुविधा का जरूर लाभ लें |

    ये दस बातें ऐसी हैं जो आपको अपने फाइनेंसियल लाइफ को असान और सम्भावनाओं से भर देगी | मुझे जरूर बतातें कि इनमे से कितनी बातें आप फॉलो कर रहे हैं | और कोई बात जोड़ने लायक हो तो जरूर शेयर करें |

  • स्वरोजगार रोजगार दिवस से होगी जॉब सिक्युरिटी

    स्वरोजगार रोजगार दिवस से होगी जॉब सिक्युरिटी

    मुझे मौका मिला एक स्वरोजगार रोजगार दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए | चलिए आपको बताता हूं कि स्वरोजगार रोजगार दिवस के बारे में और इससे आप को क्या फायदा पहुंचेगा|

    स्वरोजगार रोजगार का मतलब हुआ खुद का काम | भारत में रोजगार का मतलब पहले सरकारी नौकरियां हुआ करती थीं | अब सरकार एक तरफ सरकारी उपक्रमों को प्राइवेट कर रही है और दूसरी तरफ़ सरकारी विभागों में डाउनसाइज ( नौकरियों पर काम नियुक्तियां) कर रही है |

    अब देश भर में रोजगार यानी खुद का काम शुरू करने और उसको आगे बढाने पर जोर दिया जा रहा है | आज का युवा बेरोजगार ना रहे और उसे रोजगार मिले – इस विचार धारा को बढाने और उसका प्रचार करने के लिए स्वरोजगार-रोजगार दिवस का आयोजन किया जाता है|

    स्वरोजगार रोजगार दिवस पर बैंकों की भूमिका को केन्द्रित किया गया | बैंक, खास करके सरकारी बैंक आज के समय में अपनी एक खास भूमिका निभा रहे हैं | सरकारी बैंक और सरकार द्वारा प्रायोजित बैंक ऐसी लोन स्कीम पर काम कर रहे हैं जिनमें युवा, महिलाएँ और अल्पसंख्यक वर्गों पर जोर डालते हुए उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है |

    किसी भी स्वरोजगार करने वाले की सबसे बड़ी समस्या होती है – कैपिटल या पूँजी | यदि कोई अपना खुद का बिजनैस शुरू करना चाहे तो उसके लिए पूंजी कहाँ से लाए? किराना दुकान हो या ब्युटी पार्लर, कंप्युटर सेंटर हो या क्लिनिक या फिर कोई छोटी – मोटी औद्योगिक इकाई, सभी के लिए पूंजी का होना जरूरी है |

    इसे हम सीड कैपिटल भी कह्ते हैं | इस कैपिटल को सरकार अपनी प्रायोजित योजनाओं को बैंक लोन से लिंक करके स्वरोजगार करने वालों तक सहायता राशि पहुंचा रही है | इस सन्दर्भ में जिन मुख्य योजनाओं का उल्लेख किया गया है वो है –

    1. मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना

    2. प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम

    3. प्रधान मंत्री स्वनिधि योजना

    4. नेशनल अर्बन लाइवलीहुड मिशन

    5. नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन

    6. प्रधान मंत्री मुद्रा योजना

    ये योजनाएं बैंक लोन से जुड़ी होती हैं और उनमें सरकार की तरफ़ से सब्सिडी और ब्याज में छूट दी जाती है | ये लोन सब्सिडी की राशि 20 % से 65 % तक और ब्याज दर में छूट 2% से 4% तक मिलती है |

    दूसरी जो सबसे बड़ी समस्या जिसका स्वरोजगार करने वाला सामना करता है वो है – बैंक लोन गारंटी | बैंक जो भी लोन देती है उसमें गारंटी की मांग रखती है | सरकार द्वारा प्रायोजित बैंक लोन में गारंटी की जरूरत नहिं है |

    इस तरह सरकारी मदद और बैंक लोन स्कीम के माध्यम से स्वरोजगार रोजगार दिए जा रहे हैं | हितग्राही जिनको लोन दिया जाता है वो अपनी लोन की किस्तें बराबर जमा करते रहे तो वो ना सिर्फ अपना रोजगार सुनिश्चित करते हैं ब्लकि वो बैंक मजबूत रिश्ता कायम करते हैं, अपनी क्रेडिट मजबूत करते हैं और आगे बढ़ सकते हैं |

    स्वरोजगार रोजगार दिवस समय समय पर मनाया जाता है और इससे देशभर में अब रोजगार का अच्छा माहौल बन रहा है |

  • पैसों से जुड़ी वो 9 नायाब बातें जो आपको बना देंगी अमीर

    पैसों से जुड़ी वो 9 नायाब बातें जो आपको बना देंगी अमीर

    1. पैसों को खुदा ना समझें | जीने के लिए पैसा जरूरी है मगर पैसों का मकसद अच्छा जीवन है और अच्छा जीवन जीने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है मगर वही सब कुछ नहिं|

    2. रिश्तेदारी में उधार लेने से परहेज करें | और यदि उधार लिया तो उसे एक निश्चित समय सीमा में वापिस करें | और इस बात को बिल्कुल स्पष्ट कर दें कि आप उस समय सीमा से पहले ना दे सकेंगे | ऐसा करने से आप किसी का भरोसा तोड़ने से बचेंगे जो रिश्तों में जरूरी होता है |

    3. रिश्तेदारों में लोन ना बाटें | लोन दे रहे हैं यदि तो अपनी नियम और शर्तें स्पष्ट कर दें | यदि आप को ब्याज की उम्मीद हो या आपको एक समय के अंदर पैसे वापस चाहिए तो ये बातें स्पष्ट कर दें!

    4. अपनी कोई भी व्यावसायिक सेवा अपने रिश्तेदारों और मित्रों के बीच जिसको आप पेशेवर करते हैं ध्यान रहे फ्री में ना बाटें | आप अपना बहुमूल्य समय लगाते है जो आप कहीं और लगा कर पैसे कमाते | इसलिए यदि आप मुफ्त सेवा देने की स्थिति में हो तभी दें मगर यदि ना हों तो अपनी बात कहने से संकोच ना करें | ऐसा करने से आप खैरात बांटने से बचेंगे और जिनको सचमुच आपकी सेवाओं की जरूरत है उनकी सेवा तन्मयता से कर पाएंगे |

    5. जब भी किसी मित्र या परिजन को पैसे दें उसे एक डायरी में नोट कर लें | डायरी में तारिख और राशि लिख लें | इससे आपको याद रहेगा जो आपने पैसे दिए हैं या लिए हैं | आप चाहें तो लिए हुए पैसों को और दिए हुए पैसों को चिन्हित करने के लिए दो अलग अलग स्याही का इस्तेमाल कर सकते हैं |

    6. परिवारों में पैसे से जुड़ी समस्याओं की जड़ कई बार रिश्तों और पैसों को आपस में मिक्स करने से होती है | ध्यान रहे कि पैसे का हिसाब होता है तो जिसके साथ भी पैसे का लेन देन करें, उसका पूरा हिसाब रखें | आज संकोच कर लेंगे तो कल आपको बुरा भी लग सकता है और आप का रिश्ता खराब भी हो सकता है | आज बोलेंगे अपनी बात साफ़ तो थोड़ी चुभ सकती है लेकिन आगे के लिए सब कुछ क्लियर रहेगा |

    8. कभी कभी ऐसा भी होता है कि जिस सगे संबंधी को आपने पैसे उधार दिए वो लौटाना ही भूल जाए | ऐसा होता है | इसे आप बिना बुरा माने विनम्र भाव से समय समय पर याद दिलाते रहें | ऐसा मेरे साथ कई बार हुआ है कि यदि मेरे मित्र मुझे याद ना दिलाते तो उनका पैसा पड़ा ही रेहता मेरे पास | इसलिए हिसाब किताब में कोई संकोच नहिं करें |

    9. क्या किया जाये यदि कोई पैसे देने से इंकार कर दे | क्या करोगे यदि आपका मित्र आपको ये कह दे कि वो आपको पैसे नहिं लौटा पाएगा | इसलिए पैसे देते समय आप अपने मित्र की पैसे लौटाने की हैसियत को जरूर भली भांति समझ लें और तब फैसला लें | फिर भी यदि आपको लगे कि आप मदद करना चाहते हैं तो आगे भी इस भावुकता को बनाए रखें और परेशान ना हों |

  • SBI, अब आपके WahtsApp पर!

    SBI, अब आपके WahtsApp पर!

    भारत से सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक जिसे हम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से या शॉर्ट में SBI कह्ते हैं, ने एक बहुत ही शानदार सेवा शरू की है | ये सेवा आपको बैंकिंग को त्वरित, असान और मजेदार बनाएगी |

    कह्ते हैं कि पूरी दुनिया अब आपके मोबाइल के ऊपर है और अब सचमुच ऐसा ही हो रहा है आपकी बैंकिंग के साथ भी |

    SBI में WhatsApp से कैसे जुड़ें

    आपको SBI के खाते को अपने WhatsApp से जोड़ने के लिए एक नंबर पर सबसे पहले एक मैसेज भेजना है |

    टाइप करें ‘WAREG’ और उसे भेज दें 7208933148 पर | ये मैसेज आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से भेजना है | रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वो होता है जो आपने बैंक खाते में दिया है | सिर्फ उसी नंबर से आपको ये मैसेज भेजना है |

    अब मैसेज भेजने के बाद आपको आपके WhatsApp पर एक मैसेज आएगा | कुछ is तरह :-

    जब ये ऊपर वाला मेसेज आपके स्मार्ट फोन पर आ जाए तब आप एक मैसेज आपके WhatsApp से भेजेंगे | कुछ इस तरह :

    “Hi”

    ये लिखने के तुरंत ही आपको WhatsApp से मेसेज आएगा जो आपको तीन ऑप्शन आयेंगे| ये तीन ऑप्शन होते हैं :

    1. अपना अकाउंट बैलेंस जानेंl

    2. अपना खाते का मिनी स्टेटमेंट देखें

    आपको ये दो ऑप्शन ही काम आयेंगे | यथा अनुसार आप अपना ऑप्शन टाइप करें | बैलेन्स जानने के लिए 1 और मिनी स्टेटमेंट के लिए 2.

    अभी SBI ने ये दो ऑप्शन से WhatsApp बैंकिंग की शुरुआत कर दी है और जल्दी ही और भी सेवाएं जुड़ने की हम सभी उम्मीद कर सकते हैं |

  • UPI सेवा रहेगी free… FREE, FREE!

    UPI सेवा रहेगी free… FREE, FREE!

    हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के सामने ये मामला आया कि UPI सेवाओं को फ्री रखा जाए जैसे चल रही हैं या फिर उनपर चार्ज लगाने का समय आ गया है | और 22 June को भारत सरकार ने अपने को स्पष्ट किया कि UPI सेवाएँ फ्री रहेगी |

    ये बहुत बड़ी खबर है पूरे देश के लिए | आज पूरा देश डिजिटल होने की तरफ बढ़ रहा है | देश में PayTM, PhonePe, Google Pay जैसे लोकप्रिय UPI App आ गए हैं जो डिजिटल इकोनमी बनाने में बड़ी भूमिका निभा रहे है |

    डिजिटल पेमेंट, UPI से बड़ी असानी से किए जा सकते हैं | डिजिटल पेमेंट कैश की जरूरत को कम करते हैं | आपने जगह जगह ठेलों, दुकानों और मॉल में QR कोड से शायद पेमेंट भी किया होगा | ये सब UPI की ही देन हैं | UPI से आप एक बैंक अकाउंट को कई डिजिटल पेमेंट Apps से और एक डिजिटल App को कई खातों से जोड़ सकते हैं|इसलिए डिजिटल पेमेंट आसान और सुगम बन जाते हैं |

    ऐसे में लाजमी है कि डिजिटल पेमेंट काफी लोकप्रिय हो गया है और काफी कम समय में सबकी जुबान पर चढ़ गया है | आज तक़रीबन 600 करोड़ ट्रांजेक्शन जुलाई 2022 में मात्र UPI से किया गया और UPI की मदद से 10 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक का लेन देन किया गया|और लाजमी है कि ऐसी सेवा जिसको अब पानी, बिजली की मूलभूत मान लिया जाये, उसको भुनाना हर सर्विस प्रोवाइड करने वाला चाहेगा| और इसी लिए ये मुद्दा रिजर्व बैंक के सामने चर्चा के लिए आया |

    लेकिन सरकार ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए स्पष्ट करते हुए आश्वस्त किया है कि UPI सेवाओं को बिल्कुल निशुल्क रखा जाएगा और सर्विस प्रोवाइड करने वालों को आय के लिए दूसरे रास्ते खोजने होंगे |

  • पोजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System in Hindi)

    पोजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System in Hindi)

    हमें अपने बचत खाते और चालू खाते पर चेक लिखने की सुविधा मिलती है | इस सुविधा का लाभ हमें पैसों के लेन देन में मिलता है | बैंकों को भी सुविधा है कि बिना कैश के लेन देन होता है | मगर चेक पेमेंट में कई बार ग्राहक और बैंक फ्रॉड या जालसाजी का शिकार हो जाते हैं |

    होता यूँ है कि आपका चेक कहीं गुम गया और किसी फ्रॉड करने वाले के हाथ लाग गया तो वो उसे नकली सिग्नेचर करके पैसे निकाल सकता है | या फिर कई बार फ्रॉड करने वाले आपके खाते में नकली चेक लागा देते हैं और वो बड़ी सफाई से काम करते हैं कि बैकिंग के नियमों के बावजूद पैसे निकल जाये हैं |

    अब आ गया है पोजिटिव पे सिस्टम

    अब आप ऐसी धोका धढ़ी से बच पाएंगे | सूचना प्रौद्योगिकी और मोबाइल फोन की मदद से अब ऐसे फ्रॉड से चेक पेमेंट को रोका जा सकेगा | भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर 2020 में एक सेवा लॉन्च की जिसे पोजिटिव पे सिस्टम कह्ते हैं |

    पोजिटिव पे सिस्टम में अब कोई भी चेक जो 50,000/- रुपये या उससे अधिक का होगा तो उसे पोजिटिव पे की प्रक्रिया से सुरक्षित बनाया जा सकेगा | वो चेक तभी क्लियर होगा जब उसके लिए ग्राहक से मंजूरी मिलेगी!

    कैसे काम करता है पोजिटिव पे सिस्टम

    इस सिस्टम में आपको अपने चेक की डिटेल्स ऑनलाइन फीड करनी होती हैं | ये फीडिंग आप तब करेंगे अब आप चेक लिखेंगे या किसी को देंगे | और बैंक आपको कॉल से या sms के द्वारा सूचित करेगा और आपसे मंजूरी मिलने पर ही उसे क्लियर करेगा |

    Image Credit : दैनिक भास्कर

    पोजिटिव पे सिस्टम में जुड़ने के लिए प्राथमिक रूप से आपको पंजीयन करना होता है | पंजीयन का ऑप्शन एटीएम (ATM), इन्टरनेट बैंकिंग, मोबाइल ऐप्प पर बैंक द्वारा उपलब्ध कराया जाता है | या फिर बैंक जाकर आप बैंक काउन्टर पर कर सकते हैं |

    ये बड़ी असान सी प्रक्रिया है | एक बार आप पंजीयन करा लेंगे तो आपके सभी चेक बिना आपकी मंजूरी के क्लियर नहिं किए जाएंगे | अभी PPS को बैंकों द्वारा अनिवार्य नहिं किया गया है लेकिन कुछ बैंकों ने पहल शुरू कर दी है |

    आप अपने बैंक जाकर आज स्वयं पता करें और इस निशुल्क सेवा का आनंद लें और अपना खाता सुरक्षित करें |

  • बैंक फिक्स डिपॉजिट स्कीम क्या होती है

    बैंक फिक्स डिपॉजिट स्कीम क्या होती है

    बैंक में पैसा जमा करने यदि आप गए हैं तो आपके पास बैंक अकाउंट भी होगा | जो हाँ. बैंक में अपना खाता खोलते हैं वह बचत खाता होता है और ये बचत खाता हमें पैसे save करने में काम आता है| बचत खाते में आप जो भी पैसे रखते हैं उस पर बैंक आपको ब्याज देता है|

    मगर बचत खाते में आपको ब्याज जो मिलता है वो बहुत क्रम होता है | बैंक में उससे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम भी ओटी है | आइए हम बैंक में मिलने वाली फिक्स डिपॉजिट स्कीम पर चर्चा करते हैं जो आपको बचत खाते से ज्यादा फायदा पहुंचाएगी |

    बैंक में फिक्स डिपॉजिट स्कीम

    बैंक में आपको एक स्कीम मिलेगी जिसका नाम है फिक्स डिपॉजिट | फिक्स का मतलब अपने पैसे एक निश्चित समय के लिए बैंक के पास जमा करना | निश्चित समय के लिए पैसे जमा करने पर बैंक आपको ज्यादा ब्याज देती है | ये ब्याज जो आपको फिक्स डिपॉजिट पर मिलता है, बचत काटे पर मिलने वाले ब्याज से तक़रीबन 2 – 3 गुना होता है |

    कितने समय और कितनी राशि से शुरू करें बैंक में फिक्स डिपॉजिट

    बैंक में पैसे फिक्स डिपॉजिट में डालने के लिए आप को कम से कम 7 दिन से लेकर 10 साल तक की फिक्स डिपॉजिट स्कीम मिल जाएंगी| 10 साल से ज्यादा के लिए आप फिक्स डिपॉजिट नहिं कर सकते| ये नियम सभी बैंकों पर लागू है |

    बैंक में फिक्स डिपॉजिट करने के लिए सभी बैंकों को न्यूनतम राशि फिक्स करने की आजादी है | इसलिए आप पाएंगे कि सरकारी बैंकों में आप 1000/- रुपये से फिक्स डिपॉजिट खोल सकते हैं | वहीँ प्राइवेट बैंकों में फिक्स डिपॉजिट की शुरुआत 5000/- रुपये तक होती है | लेकिन अधिकतम राशि की कोई सीमा नहिं है |

    फिक्स डिपॉजिट में ब्याज कैसे मिलती है?

    बैंक में फिक्स डिपॉजिट स्कीम पर ब्याज देने के अलग – अलग तरीके हैं | खास तौर पर आप को ब्याज या तो समय पूरा होने पर या फिर एक निश्चित समय के अंतराल से मिलेगी | चलिए मैं आपको दोनों ऑप्शन समझाता हूं |

    टर्म डिपॉजिट (TDR) और स्पेशल टर्म डिपॉजिट (STDR)

    टर्म डिपॉजिट में आपको निश्चित समय पूरा होने पर ब्याज लौटा दिया जाता है | जैसे मान लीजिए कि आपने 10,000/- रुपये 1 साल के लिए जमा किया है और आप चाहते हैं कि एक साल पूरा होने पर आपको जो भी ब्याज बन जाता है उसे आपको दे दिया जाए| तब जैसे ही एक साल पूरा होगा वैसे ही, ब्याज आपके खाते में एक साल पूरा होते ही जमा कर दी जाएगी |

    यही राशि पर आप चाहें तो आपको महीने में तीन महीने में या 6 महीने में मिले, तो ऐसे ऑप्शन भी मिलते हैं |इसे टर्म डिपॉजिट कह्ते हैं |

    स्पेशल टर्म डिपॉजिट(Stdr) में मूलधन और ब्याज दोनों, फिक्स डिपॉजिट पूरा होने पर एक साथ मिलते हैं | मान लीजिए कि आपने 10,000/- 5 साल तक के लिए जमा की है तो ऐसे में आप चाहते हैं कि आपको ब्याज और मूलधन एक साथ 5 साल पूरा होने पर ही दिया जाये | ऐसे में जो भी हर साल ब्याज बनेगा वो आपको लौटाया नहिं जाएगा | अंत में आपकी ब्याज और मूलधन के साथ परिपक्व(मैच्योर) होने पर लौटाया जाएगा |

    फिक्स डिपॉजिट पर टैक्स

    फिक्स डिपॉजिट पर टैक्स लगेगा | ये टैक्स आप बैंक से ही कटवा लें जिसको TDS कह्ते हैं | बैंक हर तिमाही TDS काट लेगी | ये टैक्स की कटौती 10% की दर से की जाएगी|

    क्या फिक्स डिपॉजिट को समय से पहले तोड़ सकेंगे?

    हाँ, यदि आपको फिक्स डिपॉजिट के पैसों की जरूरत पड़े तो आप बैंक में जाकर इसे तुड़वा सकते हैं | समय से पहले फिक्स डिपॉजिट तुड़वाने से आपको कमाए हुए ब्याज का कुछ हिस्सा, पेनल्टी के रूप में देकर बाकी निकाल सकते हैं |यदि आप e-fd खुलवाए तो आपको बैंक जाने की भी जरूरत नहिं पड़ेगी |

    क्या हम फिक्स डिपॉजिट पर लोन ले सकते हैं?

    बिल्कुल ले सकते हैं | जिस भी बैंक में आपकी फिक्स डिपॉजिट हो आप वहाँ से अपनी FD पर असानी से लोन पा सकते हैं | ये लोन राशि आपकी FD की 90% प्रतिशत राशि तक आपकी पात्रता होती है | मतलब यदि आपने 10,000/- का फिक्स डिपॉजिट किया तो आपको 9000/- तक का लोन मिल जाएगा | कई बैंकों में ये सुविधा कमाए हुए ब्याज पर भी मिलती है |

    कैसे apply करें फिक्स डिपॉजिट के लिए

    यदि आप 25,000/- रुपये तक का फिक्स डिपॉजिट करेंगे तो कैश में पैसे जमा करके हो जाएगा | 25,001/- या उससे ज्यादा की फिक्स डिपॉजिट के लिए आपको अपने बचत खाते से ही पैसे कटवाने होंगे | और इस तरह फिक्स डिपॉजिट के लिए बैंक में बचत खाता जरूरी है |

    और एक जरूरी बात – आपको फिक्स डिपॉजिट करने के लिए PAN card जरूरी है |इसलिए अपना PAN card जरूर अपने बचत खाते से लिंक करायें |

    आपको फिक्स डिपॉजिट खुलवाने पर एक सर्टिफिकेट मिलेगा जिसे आप संभाल के रखें और जब तक वो फिक्स डिपॉजिट मैच्योर ना हो जाए तब तक उसे अपने पास सम्भाल के रखें |

    यदि कुछ और जानकारी आपको लेनी हो तो नीचे कमेंट्स में बताएँ